इन दिनों वीर सावरकर के मुद्दे को लेकर राजनीति काफी गर्म है, अब इस पर बयान देते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सावरकर का पक्ष रखा है। इस बीच बीते सोमवार (3 अप्रैल) को मुंबई में बीजेपी ने ‘वीर सावरकर गौरव यात्रा’ नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन किया था।
इस कार्यक्रम में संबोधन करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि वीर सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी ये पूर्ण रूप से गलत है। देवेंद्र फडणवीस ने ये भी बताया कि आखिर सावरकर ने अंग्रेजों को पत्र क्यों लिखा था।
सावरकर के पत्र का जिक्र करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि सावरकर ने पत्र लिखकर माफी मांगी थी, उन्हें मैं बता दूं कि ऐसा कुछ नहीं था, सावरकर जानते थे कि उन्हें रिहा नहीं किया जाएगा। इसलिए उन्होंने अंग्रेजों को पत्र लिखा।
सावरकर के पत्र की सच्चाई को उजागर करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सावरकर ने अपने पत्र में लिखा था कि आप भले ही मुझे रिहा मत किजिए लेकिन उन लोगों को तो छोड़ दीजिए जिन्होंने कभी कोई अपराध किया ही नहीं है।
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इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने महात्मा गांधी के पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने सावरकर को कहा था कि उन्हें भी पत्र लिखकर छूट जाना चाहिए जैसे अन्य बंधियों ने अपनी रिहाई मांगी है, लेकिन सावरकर ने फिर भी अपनी रिहाई के बदले अन्य कैदियों की रिहाई की मांग की, जिसने खुद से पहले दूसरों का सोचा ऐसे व्यक्ति पर लांछन लगाना गलत बात है।
दरअसल, सावरकर का मामला तभी से गर्म है जबसे राहुल गांधी ने सावरकर पर गलत बयानबाजी की है, राहुल गांधी ने कहा था कि सावरकर झूठा है और उन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की जबकि बीजेपी इसे पूर्ण रूप से गलत बताती है।
इस बीच राहुल गांधी ने सावरकर का नाम लेते हुए ये भी कहा था कि वो सावरकर नहीं है जो माफी मांगेगे वो गांधी है और डटकर इसका सामना करेंगे, बता दें कि ये बयान राहुल गांधी ने अपनी सदस्यता रद्द होने के बाद दिया था। तभी से ये मामला गर्म है जिसका महाराष्ट्र में काफी विरोध भी हो रहा है।