नई दिल्ली: पाकिस्तान के लाहौर में लगी महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति कांसे से बने हुई है। मूर्ति को जून 2019 में लगाया गया था। इस मूर्ति में महाराजा रणजीत सिंह घोड़े पर बैठे हुए हैं और एक हाथ में तलवार लिए हुए दिख रहे हैं। महाराजा रणजीत सिंह सिखों के परिधान में बैठे दिखते हैं। यह मुर्ति पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की निशानियां तक कट्टरपंथी संगठनों के निशानों पर रहती हैं।
आपको बता दें बीते साल दिसंबर में मशहूर लाहौर किले में स्थापित महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति पर एक युवक ने हमला किया था। वहीं शुक्रवार को एक बार फिर से हमला किया गया। आरोप है कि यह हमला देश में प्रतिबंधित तहरीक-ए-लब्बैक कट्टर इस्लामिक संगठन ने किया है।
खबरों के मुताबिक, इस मूर्ति पर यह तीसरा हमला है और इसे TLP के लोगों ने अंजाम दिया है। हालांकि, उनकी पहचान अभी सामने नहीं आई है। सामने आए सोशल मीडिया वीडियोज में दिखाया गया है कि संदिग्ध हमलावर ने हाथ से ही मूर्ति पर हमला किया और इसके पैर और दूसरे हिस्से तोड़ दिए। हालांकि, जब तक वह ज्यादा नुकसान पहुंचाता, दूसरे लोग आ गए और उसे रोक दिया गया।
वहीं इसके बाद हमलावर ने महाराजा रणजीत सिंह के खिलाफ नारे भी लगाए।
इससे पहले पिछले साल दिसंबर में भी एक शख्स ने मूर्ति पर हमला किया था। उसने मूर्ति का हाथ तोड़ दिया था। वह और नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा था। उसे भी लोगों ने पकड़ लिया था। इसके अलावा एक बार और भीड़ ने मूर्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी।