भारत के ‘लौहपुरुष’ कहे जाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल को वैसे तो कई वजहों से याद किया जाता है, लेकिन उन्होंने जिस तरह अपने विचारों की मदद से पूरे राष्ट्र को एकता के धागे में पिरो कर रखा, और पूरे देश को निडर होकर आगे बढ़ने की सीख दी, उसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाता है।
अगर आपको भी अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए अपने हौसले बुलंद करने है, तो सरदार पटेल की इन बातों से आपको आसानी से हर कठिन परिस्थिति का रास्ता मिल जाएगा।
“मन, वचन और कर्म से अहिंसा का पालन करो। अहिंसा की राह ही हमें सफलता तक ले जाएगी।”
“यहाँ तक कि यदि हम हज़ारों की दौलत गवां दें, और हमारा जीवन बलिदान हो जाए, हमें मुस्कुराते रहना चाहिए और ईश्वर व सत्य में विश्वास रखकर प्रसन्न रहना चाहिए।”
“आपकी भलाई आपके रास्ते में बाधा है, इसलिए अपनी आँखों को गुस्से से लाल होने दें, और अन्याय के साथ मजबूती से लड़ने की कोशिश करें।”
“शक्ति के आभाव में विश्वास व्यर्थ है। विश्वास और शक्ति, दोनों किसी महान काम को करने के लिए ज़रुरी है।”
“मेरी एकमात्र इच्छा यह है कि भारत एक आत्मनिर्भर देश बने और कोई भी भूखा न रहे, देश में खाने के लिए कोई भी आंसू ना बहाए।”
“मनुष्य को शांत रहना चाहिए, क्रोध नहीं करना चाहिए। लोहा भले ही गर्म हो जाए, हथौड़े को तो ठंडा ही रहना चाहिए, नहीं तो वह खुद ही अपना हाथ जला लेगा। कोई भी राज्य प्रजा पर कितना भी कठोर क्यों न हो जाए, अंत में उसे ठंडा होना ही पड़ेगा।”
“जब जनता एक हो जाती है, तब उसके सामने क्रूर से क्रूर शासन भी नहीं टिक सकता। इसलिए, जात-पात, ऊंच-नीच के भेदभाव को भुलाकर सब एक हो जाइए।”