लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी की परेशानी जरा बढ़ गई हैं, दरअसल बीते गुरूवार को राहुल गांधी पर पीएम मोदी के सरनेम को गलत तरीके से बोलने को लेकर चल रहे मुकदमे पर फैसला आया है और इस फैसले में राहुल गांधी को सूरत की जिला अदालत ने मानहानि केस में दोषी करार दिया है।
इस मामले पर कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा भी सुनाई है लेकिन कांग्रेस की तरफ से मामले को ऊपरी अदालत में ले जाने के लिए 30 दिनों की मोहलत दे दी गई है। बता दें कि जब राहुल गांधी पर फैसला सुनाया जाना था तो वह कोर्ट में ही मौजूद थे।
इस केस पर फैसला सुनाने वाले चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा ने बीती 17 मार्च को ही फैसला सुरक्षित कर लिया था, जिसके बाद अब फैसला सुना दिया गया है। इस दौरान जब कोर्ट से वकील आए तो उन्होंने मीडिया से बात की।
इस दौरान वकील का कहना था कि, जब राहुल गांधी से फैसले पर बोलने के लिए कहा गया तो उन्होंने अपने जवाब में कहा कि, वो भ्रष्टाचार के खिलाफ कई बार आवाज उठाते हैं लेकिन उन्होंने ये जानबूझकर नहीं किया।
Advertisement
वकीलों में छिड़ी बहस ?
ये भी पढ़े अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर कसा तंज, जानिए अपने बयान में दिल्ली के सीएम ने क्या कुछ कहा ?
इस बीच कोर्ट में जब आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा था तो राहुल गांधी के वकील ने अपनी बात रखते हुए कहा कि राहुल गांधी ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा जिससे किसी को हानि पहुंचे इसलिए राहुल गांधी की सजा कम की जानी चाहिए।
इसके पलटवार में अभियोग पक्ष के वकील ने भी अपनी बात रखी वकील का कहना था कि अगर कानून बनाने वाले ही कानून को तोड़ने लगेंगे तो इससे समाज पर गलत संदेश जाएगा, इसलिए आगे से कोई ऐसी गलती ना करें इसके लिए राहुल गांधी को अधिक से अधिक सजा दी जानी चाहिए।
2019 में दर्ज किया गया था केस ?
बता दें कि यह मामला 2019 का है और तभी से ये केस चल रहा था, दरअसल, इस दौरान राहुल गांधी कर्नाटक में एक सभा को संबोधित कर रहे थे, जिसमें राहुल गांधी ने नीरव और ललित मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी, इस बीच राहुल गांधी ने कहा था कि हमेशा चोरों का सरनेम मोदी ही क्यों निकलता है ?
जिसके बाद बीजेपी के एक विधायक जिनका नाम परनेश मोदी है उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज कराया था, उनका आरोप था कि अपने बयान में राहुल गांधी ने मोदी समुदाय को अपमानित करने का काम किया है।
इसके बाद राहुल गांधी को करीब 3 बार कोर्ट में पेश होना पड़ा था। इस बीच राहुल गांधी कहते रहे कि उन्होंने जानबूझकर किसी को टारगेट नहीं किया है और उन्हें तो याद भी नहीं है कि उन्होंने कब क्या कहा था लेकिन इसके बाद वीडियो को पेश किया गया जिसमें राहुल गांधी ऐसा कहते हुए नजर आए थे।