बदलते मौसम के साथ वायरल फीवर होना आम बात है खासकर इस के मामले बारिश के मौसम में देखने को मिलते हैं। वायरल फीवर होने पर शरीर का तापमान सामान्य से बढ़ जाता है। इससे कम इम्यूनिटी वाले यानी बुर्जुग और बच्चे बहुत जल्दी इसकी चपेट में आ जाते हैं। वायरल फीवर की समस्या होने पर शरीर में दाने, सिर व बदन दर्द होने लगता है। आपको बता दें अधिकतर इसके मामलों में दवा की जरूरत नहीं होती है और अगर दवा लेने भी पड़े तो कुछ ही दिनों में यह ठीक हो जाता है। बाजार में इसके लिए बहुत सी दवाएं उपलब्ध है। इसके अलावा यदि आप चाहे तो इसको कुछ घरेलू नुस्खे भी अपना सकते हैं।
• क्या है वायरल फीवर
बदलते मौसम में अक्सर होने वाले इस बुखार को वायरल फीवर का नाम दिया गया है। यह बुखार रूक रूक के चढ़ता है। इससे पीड़ित होने वाले व्यक्ति को तेज गर्मी में ठंड का अनुभव होता है। आपको बता दें वायरल फीवर में सामान्य बुखार की दवा लेने से कोई असर नहीं होता है, परंतु जब तक दवा का असर रहता है तब तक आप ठीक महसूस करते हैं लेकिन दवा का असर खत्म होते ही वायरल फीवर फिर हो जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें वायरल फीवर समान्य फीवर से ज्यादा समय तक रहता ही है।
• वायरल फीवर में होने वाले लक्षण
- कम या तेज बुखार आने लगता है
- बार बार खाँसी आती है
- तेज ठंड लगने लगती है।
- आखों में जलन का एहसास होता है।
- जोड़ों में दर्द की समस्या होती है।
- बहुत ज्यादा थकावत महसूस होती है।
- चक्कर आते हैं।
- सिर में दर्द बना रहता है।
- गले में दर्द कई समस्या होने लगती है।
- उल्टी का मन होता है।
• वायरल फीवर से बचने के घरेलू उपाय
अदरक का पाउडर
आपको बता दें रसोई घर में खाना बनाने में इस्तेमाल होने वाली अदरक हमारे शरीर को बहुत से फायदे पहुंचाती है। अदरक में बुखार से लड़ने की भी क्षमता होती है। वायरल फीवर होने पर एक बाउल में एक चम्मच अदरक का पाउडर, एक चम्मच काली मिर्च, एक छोटी चम्मच हल्दी और थोड़ी सी चीनी डालकर इसमें जरूरत अनुसार ही पानी डालें और हल्का गर्म करें। फिर इसे ठंडा होने के लिए रख दें और इसका सेवन करें। इससे कुछ ही मिनटों में झट से आपके शरीर में से वायरल फीवर को बहार हो जाता है।
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तुलसी के पत्ते
वायरल फीवर में तुलसी के पत्तों का सही इस्तेमाल आपको इससे निजात दिलाता है। इसके लिए आपको 1 लीटर पानी में 1 चम्मच लौंग का चुर्ण और 10 से 15 तुलसी कए पत्ते डालकर इसे उबाल लें। इससे अच्छे से उबालें जब तक ये पानी आधा ना हए जाए। अब इसे छाने और दिन में हर एक घंटे के गेप के साथ इसका सेवन करें। आपको बता दें तुलसी में एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो हमारे शरीर को इस तरह की बिमारियों से दूर रखती है।
धनिये की चाय
यदि आप वायरल फीवर में धनिये की चाय बनाकर पीते हैं ते इससे आपको बहुत जल्द आराम मिल सकता है। धनिये में बहुत से औषधीय गुण होते हैं जो हमें कई तरह की बीमारियों से बचाते हैं।
मेथी के पानी का सेवन
वायरल फीवर की समस्या से निजात पाने के लिए आप मेथी का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको लगभग एक कप मेथी के दानों को रातभर भिगो के रखना है। फिर सुबह पहले इसको अच्छे से छान लेना है और हर एक घंटे में पीना है।
शहद और नींबू
वायरल फीवर में शहद और नींबू का रस भी इसके असर को काफी हद तक कम करने का काम करता है। आप बुखार आने पर इन दिनों का मिश्रण तैयार करके इसका सेवन कर सकते हैं।
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