भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है और यह सम्मान असाधारण राष्ट्रीय सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है। पहले इसमें खेल को शामिल नहीं किया गया था लेकिन बाद में इसे सूची में शामिल किया गया है। पहला भारत रत्न पुरस्कार 1954 में सी. राजगोपालाचारी, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और सी. वी. रमन को दिया गया था। इस पुरस्कार की शुरुआत भारत के पहले राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद द्वारा 2 जनवरी 1954 को की गई थी। अलग-अलग छेत्र के कई लोगों को यह सम्मान मिला है। भारत रत्न को देश का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान माना जाता है। आपको बता दें कि साल 1954 से लेकर अभी तक इस पुरस्कार से कुल 48 हस्तियों को सम्मानित किया जा चुका है।
जिनमें सबसे कम उम्र में पुरस्कार हासिल करने वाले क्रिकेट के भगवान Sachin Tendulkar हैं। जिन 48 लोगों को यह सम्मान मिला है उनमें से ज्यादातर पुरुष हैं और केवल 5 महिलाएं हैं। आज के इस लेख में हम आपको भारत रत्न पाने वाली महिलाओं के बारे में बताएंगे।
इंदिरा गांधी
भारत रत्न पाने वाली पहली महिला हैं इंदिरा गांधी। साल 1972 में इंदिरा गांधी को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उस वर्ष यह सम्मान राष्ट्रपति वीवी गिरी द्वारा पाकिस्तान-बांग्लादेश वॉर में अहम भूमिका निभाने के लिए दिया गया।
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मदर टेरेसा
मदर टेरेसा को कौन नहीं जानता उन्होंने अपना सारा जीवन नेक कामों में लगा दिया। साल 1980 में मदर टेरेसा को भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया था। यूं तो मदर टेरेसा रोमन कैथोलिक थीं, लेकिन उनके पास भारतीय नागरिकता थी। लंबे समय गरीब और असहाय लोगों की मदद करने के लिए मदर टेरेसा को भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
अरुणा आसफ अली
साल 1942 में अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में अरुणा आसफ अली महत्वपूर्ण का अहम योगदान रहा था। इस दौरान उन्होंने मुंबई के गोवालिया मैदान में झंडा फहराया था। साल 1997 में अरुणा को उनके योगदान के लिए भारत अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
एम.एस.सुब्बुलक्ष्मी को मिला भारत रत्न
मदुरै षण्मुखवडिवु सुब्बुलक्ष्मी भारत रत्न पाने वाली पहली महिला कलाकार थीं। वो संयुक्त राष्ट्र संघ की सभा में संगीत करने वाली पहली महिला था। संगीत जगत में अपने योगदान के लिए सुब्बुलक्ष्मी को साल 1998 में भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया।
लता मंगेशकर को मिला भारत रत्न
संगीत की दुनिया में सुरों की कोकिला के नाम से मशहूर लता मंगेशकर का जब निधन हुआ तो पूरा देश मायूस था।संगीत की दुनिया में अभूतपूर्व योगदान के लिए साल 2001 में लाता जी को भारत रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया।
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