भारतीय संविधान दुनिया में सबसे बड़ा लिखित संविधान है। इसमें वर्तमान में 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 25 भाग हो गए हैं। भारत का संविधान किसने लिखा, कितने देशों से लिया गया, इसे बनने में कितना वक्त और कितना खर्च आया, इसे लिखने की शुरुआत कब हुई थी और इसके महत्व के बारे में तो हर किसी को पता होगा। लेकिन क्या आप इसपर की गई कलाकारी के बारे में जानते हैं ?
भारत का संविधान सबसे अलग है क्योंकि इसे प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने इटालिक तरीके से अपने हाथों से लिखा था। साथ ही इसके हरेक पन्ने पर शांतिनिकेतन के कलाकारों ने बेहतरीन सजावट की है। संविधान में कुल 25 भाग हैं और हर भाग के पहले एक तस्वीर बनाई गई है जिन्हें नंदलाल बोस और राममनोहर सिन्हा जैसे कलाकारों ने सजाया है।
ये सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर वर्तमान दौर के बारे में है। संविधान की शुरुआत में ही भगवान श्री राम, सीता और लक्ष्मण का चित्र है, जो हर नागरिक को स्वतंत्र रूप से जीवन जीने का अधिकार देता है। भगवान राम के अलावा मोहनजोदड़ो, वैदिक काल, गौतम बुद्ध, महाभारत, अमर सेनानी, सुभाष चंद्र बोस, गुप्त व मुगल काल, महारानी लक्ष्मी बाई, जैसे सभी विषयों और महान हस्तियों की तस्वीरें शामिल की गई है।
इन चित्रों को बनाने का कारण कारण यह था कि नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों को भारतीय इतिहास में बसी कहानियों, परंपराओं और महापुरुषों के साथ घटी घटनाओं को संविधान की मूल भावनाओं से जोड़ा जाए। इसे बनाने के लिए देश के कई बड़े-बड़े कलाकारों को बुलाया गया था। संविधान में बने सभी चित्र एक अलग कहानी बताते हैं।
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