अशनीर ग्रोवर ने आईआईटी दिल्ली से B.Tech कि है जो आज-कल शार्क टैंक से सुर्खियां बटोर रहे है। इन्होंने कई बड़ी कंपनियों में प्रमुख पदों पर काम किया है। अशनीर अपने बेबाक अंदाज के लिए जानते जाते हैं। कुछ दिन पहले यह भारतपे के को-फाउंडर एवं मैनेजिंग डाइरेक्टर थे। लेकिन पिछले कुछ सप्ताह से चल रहे विवाद को देखते हुए इन्होंने इस्तीफा दे दिया। इस संबंध में उन्होंने बोर्ड को लंबा-चौड़ा पत्र लिखा, जिसमें अशनीर ने कई भावुक बातों का जिक्र किया है।
अशनीर ग्रोवर की प्रोफाइल :
28 फरवरी 2022 के दिन सोमवार को अशनीर ग्रोवर ने कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) पद से इस्तीफा दे दिया। रियलिटी शो “शार्क टैंक इंडिया” (Shark Tank India) की सुर्खियां बटोरने वाले अशनीर ग्रोवर पिछले कुछ समय से लगातार विवादों में घिरे हुए नजर आ रहे थे। शो के दौरान यह अपने गुस्सैल रवैये की वजह से चर्चा में रहे। इसी के दौरान BharatPe के ऑपरेशन्स से जुड़ी कई तरह की गड़बड़ियों की रिपोर्ट सामने आने लगी। ।
पिछले एक-डेढ़ महीने से चली आ रही खींचा-तानी के परिणामस्वरूप एक नया मोड़ आया है। जनवरी में इन बिबादो के शुरू होने के बाद अशनीर को लंबी छुट्टी पर जाना पड़ा। इसके बाद इनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर (Madhuri Jain Grover) को हाल ही में कंपनी ने टर्मिनेट किया था।
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इसके बाद अशनीर ग्रोवर ने लंबा पत्र लिखकर इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे में उन्होंने कई इमोशनल बातें की और मौजूदा बोर्ड को चैलेंज भी किया। पत्र की शुरुआत करते हुए अशनीर लिखते है कि “मैं दुख के साथ यह लिख रहा हूं क्योंकि मैंने जिस कंपनी को बनाया है, मुझे उसी को छोड़ना पड़ रहा है” हालांकि मुझे इस बात का फक्र है कि आज के समय में भारतपे फिनटेक की दुनिया में लीडर है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस साल के शुरुआत से मुझे और मेरे परिवार को आधारहीन बातों में उलझाया गया। कंपनी में जो भी ऐसे लोग , वे मेरी छवि खराब करना चाहते हैं। जो लोग कंपनी को प्रोटेक्ट करने का दिखावा भले ही कर रहे हैं, लेकिन वो सब भारतपे को भी नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।
किस तरह रखा ध्यान :
ग्रोवर भारतपे के उन दिनों को याद करते हुए बताते है कि उन्होंने किस तरह से अन्य कंपनियों से टक्कर लेते हुए ब्रांड को बड़ा किया। वह पत्र में कहते हैं,’मैंने भारतपे का ध्यान एक बच्चे की तरह रखा है। उन्होंने यह भी बताया कि जब भारतपे यूपीआई स्पेस में उतरी, तब उस समय पहले से ही पेटीएम (Paytm), फोनपे (PhonePe) और गूगलपे (Google Pay) जैसी दिग्गज कंपनियां स्थापित हो चुकी थी। इसके बाद भी मैंने टैलेंटेड टीम की मदद से भारतपे को आगे बढ़ाया और यह कंपनी इंडस्ट्री में लीडर बनकर उभरी। भारत में पहली बार किसी फिनटेक कंपनी ने स्मॉल फाइनेंस बैंक का लाइसेंस हासिल किया और बाद में हमने पीएमसी बैंक के डिपॉजिटर्स की गाढ़ी कमाई बचाने का प्रयास किया।
चैलेंज :
पत्र के अंत में उन्होंने यह लिखा है,कि “आपको लगता है कि मेरी उपयोगिता समाप्त हो चुकी है”। यह ट्रेंड देखा गया है कि स्टार्टअप के सक्सेस के बाद फाउंडर को बाहर करने के लिए उसे विलेन बना दिया जाता है।और उसी तरह मेरे साथ भी यही हुआ है। हालांकि आप जांच कर लीजिएगा। आपको मेरे खिलाफ एक भी गड़बड़ी नहीं मिलेगी।और जहां तक मेरी बात है तो मैंने जो वैल्यू बनाई है। आप लोग उसका आधा भी बनाकर दिखा दें। उन्होंने यह भी बोला कि मैंने भारतपे को बनाया है। मुझसे यह पहचान कोई नहीं छीन सकता है।
अशनीर ग्रोवर का भारतपे की सफलता में अहम योगदान :
नकरानी ने हाल ही में कहा था कि भारतपे को यहाँ तक लेन में उनका अपना ब्रेनचाइल्ड है। कॉलेज के दिनों में जब अशनीर ने एक अन्य वेंचर bookmyhaircut.com की शुरुआत की थी।उसी समय ही उन्हें भारतपे का आइडिया आया था। दूसरे को-फाउंडर कोलडिया ताजा विवाद में खुलकर भारतपे के मौजूदा सीईओ “सुहैल समीर” के साथ खड़े हैं। ग्रोवर भले ही भारतपे के को-फाउंडर्स में एक नहीं हों, लेकिन वह एकदम शुरू से कंपनी के साथ हैं. भारतपे की सफलता में जिस कदर अशनीर ग्रोवर का योगदान था उससे इनकार भी नहीं किया जा सकता ।