आपने अक्सर लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि उसका यूरिक एसिड बढ़ गया या फिर फलाने का यूरिक एसिड बढ़ कर आया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आजकल अधिकतर लोगों में यह समस्या देखी जा रही है।
लेकिन क्या आप जानते है कि सुनने में बेहद सामान्य दी दिखने वाली यह बीमारी भी बहुत घातक होती है। जी हां आपने सही सुना घातक। दरअसल अगर किसी का यूरिक एसिड अगर कंट्रोल से बाहर हो जाता है तो यह गठिया बाई नामक बीमारी का रूप भी ले सकता है।
वैसे तो यूरिक एसिड हम सभी के शरीर में मौजूद होता है और इसकी सामान्य मात्रा महिलाओं में 2.6-6.0 mg/dl एवं पुरुषों में 3.4-7.0 mg/dl होती है। लेकिन कई बार इसकी मात्रा हमारे शरीर में काफी बढ़ जाती है जो कि हमारे लिए खतरनाक हो सकती है।
क्या होता है यूरिक एसिड ?
अब आगे की जानकारी देने से पहले हमारा यह जानना जरूरी है कि आखिर यूरिक एसिड क्या होता है और इसके बढ़ने से किस प्रकार की समस्या का हमें सामना करना पड़ सकता है। तो हम आपको बता दें कि यूरिक एसिड हमारे खाने की चीजों के पाचन के दौरान निकलने वाला एक प्रकार का प्राकृतिक वेस्ट उत्पाद होता है।
जिसमें प्यूरिन पाया जाता है। जो जब टूटता है तो यूरिक एसिड का रूप ले लेता है। इसीलिए हमें ऐसे भोजन से बचना चाहिए जिनमें प्यूरिन की मात्रा बहुत अधिक होती है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसे कौनसे खाद्य पदार्थ होते है। जिनमें प्यूरिन पाया जाता है।
तो आपको कुछ प्रकार के मीट, एक प्रकार की मछली, सूखे सेम और बीयर जैसी चीजों के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इनमें प्यूरिन की मात्रा बहुत अधिक होती है। इससे जुड़ी सभी जानकारी हम आपको आगे की पोस्ट में देंगे।
लेकिन पहले प्यूरिन से उत्पन्न होने वाले यूरिक एसिड को जान लेते है तो हमारे शरीर में जो किडनी होती है वो यूरिक एसिड को एक प्रकार से फिल्टर करने का काम करती है और हमारे मूत्र मार्ग से इसे बाहर निकाल देती है।
परंतु जब हम बहुत अधिक मात्रा में प्यूरिन मौजूद चीजों का सेवन करते है तो हमारी किडनी इसमें से यूरिक एसिड को बाहर निकालने में असमर्थ हो जाती है। जिसके चलते हमारे शरीर में यूरिक एसिड फैलने लगता है और आगे चलकर कई बीमारियों का घर बनता है।
इसके बाद यूरिक एसिड छोटे-छोटे क्रिस्टल का रुप लेने लगता है जो कि हमारे जोड़ों में जमा होने लगते है और फिर यह वहीं जमा हो जाते है। जिन्हें यूरिन भी बाहर नहीं निकाल पाता। इसके बाद शुरू होता है असली खेल और परेशानियां हमारे शरीर में दस्तक देने लगती है।
किन लोगों में होती है यूरिक एसिड की समस्या ?
वैसे तो आजकल के खान पान से अधिकतर लोगों में यूरिक एसिड की समस्या को देखा जा सकता है लेकिन जिन लोगों के शरीर में आयरन और प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है या फिर जिन्हें हाई ब्लड प्रैशर और थायराइड की समस्या रहती है और जो लोग बहुत मोटे होते है। उन्हें सबसे पहले यह बीमारी अपना शिकार बनाती है।
क्या होते है यूरिक एसिड के कारण ?
जब हम यूरिक एसिड के कारणों की बात कर रहे है तो हम आपको बता दें कि इसके शरीर में इकट्ठा होने के दो मुख्य कारण होते है। जिनमें सामान्य कारण होते है।
• गलत प्रकार के आहार का सेवन।
• मोटापा या अधिक वजन के कारण।
• बहुत अधिक तनावग्रस्त होने के कारण।
• कुछ स्वास्थ्य डिसऑर्डर के कारण।
• किडनी की बीमारी के कारण।
• मधुमेह/डायबिटीज के कारण ।
• हाइपोथायरायडिज्म के कारण।
• कुछ प्रकार के कैंसर या कीमोथेरेपी के कारण।
• सोरायसिस जो एक त्वचा रोग होता है इसके कारण।
क्या होते है यूरिक एसिड के बढ़ने के मुख्य कारण ?
अब बात कर लेते है कि आखिर ऐसे कौनसे मुख्य कारण होते है, जिनकी वजह से यूरिक एसिड हमारे शरीर में बढ़ सकता है। आइए उन्हें जान लेते है।
• खान-पान और लाइफस्टाइल में बदलाव आने के कारण।
• अधिक मात्रा में डायबिटीज की दवाओं के सेवन के कारण।
• रेड मीट, सी फूड, दाल, राजमा, मशरूम, गोभी, टमाटर, मटर, पनीर, भिंडी, अरबी और चावल के सेवन के कारण।
• खाने (भोजन) के रूप में लिए जाने वाले प्यूरिन के कारण।
• अधिक व्रत रखने के कारण।
• जबरदस्ती एक्सरसाइज करने या फिर वजन कम करने के कारण।
• ब्लड प्रेशर की दवाएं, पेन किलर्स और कैंसर रोधी दवाओं के अधिक सेवन के कारण।
क्या होते है यूरिक एसिड के लक्षण ?
अगर यूरिक एसिड के लक्षणों की बात की जाए तो यह शुरूआत में अपने कोई लक्षण नहीं देता जिससे इसकी पहचान की जाए लेकिन अगर कुछ बातों पर गौर किया जाए तो आप इसके लक्षणों को पहचान कर शुरूआती दौर में ही अपना इलाज शुरू कर सकते है। तो आइए अब इन लक्षणों को जान लेते है।
• जोड़ों में असहनीय दर्द के साथ में उठने-बैठने में परेशानी आना।
• उंगलियों में सूजन को देखना।
• जोड़ों में गांठ को महसूस करना।
• पैरों और हाथों की उंगलियों में असहनीय चुभन जैसा दर्द महसून होना।
• जल्दी थकावट होना।
अगर ऊपर दिए गए किसी भी लक्षण का सामना आप कर रहे हो या फिर कर चुके हो तो आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए क्योंकि अगर यूरिक एसिड को शुरूआत में ही काबू में ले लिया जाए तो इसका इलाज किया जा सकता है।
लेकिन अगर एक बार यह कंट्रोल से बाहर हो जाए तो कई प्रकार की गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है और समय रहते अगर आप इसे पहचान ले तो सबसे पहले तो आप उन चीजों का सेवन बंद करें जो यूरिक एसिड को बढ़ावा देती है।
यूरिक एसिड को ठीक करने के रामबाण उपाय ?
बेकिंग सोडा का सेवन
अगर आप यूरिक एसिड की समस्या को समाप्त करना चाहते है तो आपको दो हफ्तों में एक बार एक गिलास पानी में आधा चम्मच के करीब बेकिंग सोडा को घोलकर पीना चाहिए। ऐसा करने से यूरिक एसिड नियंत्रण में आता है।
एप्पल साइडर विनेगर का सेवन
अगर आप लगातार दो हफ्तों तक दिन में दो बार एक गिलास पानी में दो चम्मच के करीब एप्पल साइडर विनेगर का सेवन करते है। तो ऐसा करने से भी यूरिक एसिड काबू में आता है।
अजवाइन के पानी का सेवन
आप यूरिक एसिड से छुटकारा पाने के लिए आजवाइन के पानी का भी सेवन कर सकते है। इसके लिए आपको एक गिलास पानी में एक चम्मच के करीब आजवाइन को पूरी रात के लिए भिगो कर छोड़ देना है। इसके बाद खाली पेट इसका सेवन करना है। ऐसा करने से एक हफ्ते में आपका यूरिक एसिड काबू में आ सकता है।
आंवला के रस का सेवन
आप यूरिक एसिड में आराम के लिए आंवले के रस का भी सेवन कप सकते है।
कच्चे पपीते का सेवन
यूरिक एसिड में आराम दिलाने में कच्चा पपीता भी बहुत काम आता है। इसके लिए आपको आधा कच्चा पपीता काटकर 2 लीटर के करीब पानी में 5 मिनट के लिए उबालकर छोड़ देना चाहिए। इसके बाद जब पानी ठंडा हो जाए तो आप दिन में 2 से 3 बार इसका सेवन कर सकते है।
नारियल पानी का सेवन
अगर आपको यूरिक एसिड की समस्या रहती हो तो आपको नारियल पानी का सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से भी यूरिक एसिड में आराम मिलता है।
भरपूर मात्रा में पिएं पानी
आपको अगर यूरिक एसिड की समस्या रहती हो तो आपको भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से यूरिन के माध्यम से यूरिक एसिड बाहर आने लगता है।
बथुआ के पानी का सेवन
यूरिक एसिड में आराम पाने के लिए बथुआ भी बहुत मददगार होता है। इसके लिए आपके एक हफ्ते तक बथुआ के पत्तों को पिसकर उसका जूस निकालकर पीना है और फिर 2 घंटे तक किसी भी चीज का सेवन नहीं करना। ऐसा करने से भी यूरिक एसिड दूर होता है।
ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल
अगर आप यूरिक एसिड को दूर करना चाहते है तो आपको ऑलिव ऑयक का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि इसमें मौजूद विटामिन ई और अन्य पोषक तत्व यूरिक एसिड को समाप्त करने में बहुत कारगर होते है।
अलसी के बीज का सेवन
आप यूरिक एसिड से छुटकारा पाने के लिए अलसी के बीज का भी सेवन कर सकते है। इसको भोजन के बाद लें और आधे धंटे तक चबाने के बाद निगल जाएं। ऐसा करने से यूरिक एसिड में आराम मिलता है।
अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल ?
यूरिक एसिड में क्या खाना चाहिए ?
हम आपको बता दें कि अगर आप यूरिक एसिड से छुटकारा पाना चाहते है तो आपको हरी सब्जियां, फल, अंडा, कॉफी, चाय, ग्रीन टी, साबुत अनाज,ओट्स, ब्राउन राइस जौ, सुखे मेवे का सेवन करना चाहिए।
यूरिक एसिड में क्या नहीं खाना चाहिए ?
अगर आप यूरिक एसिड को अपने शरीर से दूर रखना चाहते है तो आपको दही, मांस-मछली, सोया मिल्क और रात को दाल व चावल खाने से बचना चाहिए।
पतंजलि की यूरिक एसिड की रामबाण दवा कौनसी है ?
आपको बता दें कि अगर आप यूरिक एसिड में आराम के लिए पतंजलि की रामबाण दवा को जानना चाहते है तो इसका नाम है पुनर्नवा काढ़ा।
यूरिक एसिड में इस्तेमाल की जाने वाली आयुर्वेदिक मेडिसिन का नाम ?
अगर यूरिक एसिड में इस्तेमाल की जाने वाली आयुर्वेदिक मेडिसिन की बात करें तो आप पुनर्नवा काढ़ा, वरूण चूर्ण, काली किशमिश, गुडुची, मुस्ता, गुग्गुल, शुंठी और हल्दी पाउडर का सेवन कर सकते है।
क्या नींबू से यूरिक एसिड बढ़ता है ?
अगर आपके मन में भी यह सवाल है कि क्या नींबू से यूरिक एसिड बढ़ता है। तो विशेषज्ञों के अनुसार नींबू पानी में विटामिन सी अच्छी मात्रा में पाया जाता है और इसके सेवन से यूरिक एसिड काबू में रहता है। इसीलिए आप यूरिक एसिड से छुटकारा पाने के लिए नींबू का सेवन कर सकते है।
यूरिक एसिड की रामबाण दवा कौनसी है।
अगर बात करें कि यूरिक एसिड को काबू में लाने के लिए आप किस दवा का सेवन कर सकते है। तो आपको हाई फायबर फूड जैसे कि ओटमील, दलिया, बींस, ब्राउन राईस (ब्राउन चावल) खाना चाहिए क्योंकि यह चीजें यूरिक एसिड की ज्यादातर मात्रा को एब्जॉर्ब कर लेती है और उसके लेवल को कम करती है।
यूरिक एसिड की रामबाण होम्योपैथिक दवा कौनसी है ?
अगर बात करें यूरिक एसिड की रामबाण होम्योपैथिक दवा की तो आप यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए बर्बेरिस वल्गरिस का सेवन कर सकते है। इससे यूरिक एसिड का स्तर काफी कम हो जाता है।
यूरिक एसिड में गिलोय से क्या फायदे मिलते है ?
यूरिक एसिड के लिए गिलोय का जूस बहुत अच्छा माना जाता है क्योंकि गिलोय शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करता है और इसमें पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेट्री और पेन रिलीविंग इफेक्ट यूरिक एसिड के लक्षणों को कम करते है।
यूरिक एसिड की अंग्रेजी दवाएं कौनसी है ?
अगर बात करें यूरिक एसिड में कौनसी अंग्रेजी दवाएं कारगर होती है तो आप Dr. Uri Streamline, Uricnil कैप्सूल और Eiurivrit गाउट जैसी दवाओं का सेवन कर सकते है।
सारांश
आज हम जानेंगे कि आखिर हमारे शरीर में यूरिक एसिड कैसे बढ़ता है और इसके लक्षणों को पहचान कर कैसे इसका समय रहते इलाज किया जाए। साथ ही हम जानेंगे कि आखिर कैसे घर पर हम इसका इलाज कर सकते है।
क्योंकि यूरिक एसिड ऐसी बीमारी है जो हमारे शरीर को काफी प्रभावित कर सकती है और यह किडनी के साथ-साथ हमारे हार्ट को भी नुकसान पहुंचा सकती है। इसके अलावा यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में दर्द, सूजन, गाउट और गठिया की समस्या भी हो सकती है।
यहां तक कि ये हमारे खून और यूरिन को भी काफी एसिडिक बना देती है। इतना ही नहीं यूरिक एसिड को लेकर कई मिथ भी है जैसे कि नींबू और दूध के सेवन से यूरिक एसिड बढ़ता है और भी कई मिथ लेकिन आज हम इन मिथ पर भी खुलासा करेंगे और आप जानेंगे कि क्या वाकई यह मिथ सही है या फिर नहीं।
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