जानिए डेंगू बीमारी से जुड़े कुछ तथ्य, इस तरह के लक्षण दिखने पर करें यह उपाय!
नई दिल्ली: मौसम करवट ले रहा है और धीरे धीरे ठंड बढ़ने लगी है। इस बीच मच्छरों का प्रकोप भी देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से डेंगू बीमारी भी पैर पसारती जा रही है। डेंगू का कहर हर साल की तरह इस बार भी देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं, जिसके चलते अस्पताल में बेड्स भी फुल होते चले जा रहे हैं।
डेंगू वायरस से संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से ये बुखार होता है, जिसकी चपेट में बच्चे और बुजुर्ग आसानी से आ जाते हैं। इस बीमारी के दौरान सावधानियां बरतने की काफी जरूरत होती है, क्योंकि कई बार ये जानलेवा भी साबित हो जाता है। आज अपने इस आर्टिकल में हम डेंगू बुखार से जुड़ी कुछ खास बातों पर गौर करने जा रहे हैं। ऐसे इसके लक्षण क्या होते हैं? और कब डेंगू जानलेवा हो जाता है? साथ ही डेंगू से बचाव के तरीके भी हम आपको बताएंगे… क्या होते हैं डेंगू के लक्षण?
सबसे पहले बात करेंगे डेंगू के लक्षण की। डेंगू बुखार की शुरुआत तो तेज बुखार और सिर दर्द जैसी समस्याओं से होती है, लेकिन बढ़ते बढ़ते आंखों के पीछे दर्द होना, जोड़ों और मांसपेशियों में तेज दर्द, थकान, मितली, उल्टी, त्वचा पर लाल चकत्ते और भूख नहीं लगने जैसे लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं।
गंभीर लक्षण
तीन से सात दिनों में मरीज के अंदर डेंगू के गंभीर लक्षण देखने को मिल सकते हैं। ऐसे में इस दौरान थोड़ा ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है। इस दौरान तेज पेट दर्द, तेजी से सांस लेना, लगातार उल्टी होना, उल्टी में खून आना, पेशाब में खून आना, मसूड़ों या नाक में खून बहा, बॉडी में लिक्विड जमना या फिर प्लेटलेट काउंड तेजी से गिरने लगे, तो बिना देर करें मरीज को हॉस्पिटल लेकर जाना चाहिए। गंभीर डेंगू मरीज के फेफड़े, लीवर या दिल को नुकसान पहुंचाने लगता है। कई स्थितियों में ये जानलेवा भी साबित हो जाता है।
क्या है इसका इलाज?
अब बात करते हैं डेंगू बुखार के इलाज की। डेंगू अगर गंभीर नहीं, तो कुछ बातों का ध्यान रख इससे ठीक हो सकते हैं। जैसे मरीज को खूब आराम करना चाहिए। डॉक्टर के संपर्क में रहे।इसके साथ ही प्लेटलेट्स की नियमित जांच करवानी चाहिए। डेंगू के दौरान गलती से भी शरीर में पानी की कमी ना होने दें। इसके लिए लिक्विड डाइट लेते रहें। इस दौरान नारियल पानी काफी अच्छा रहता है। साथ ही पपीता, कीवी, अनार, चुकंदर, गिलोय या हरी सब्जियों का भी सेवन करना चाहिए। वहीं बात अगर गंभीर डेंगू की करें तो इसका कोई सटीक इलाज नहीं। पीड़ित व्यक्ति को कई बार ICU तक ले जाने की नौबत आ जाती है। अगर इलाज में देरी हो जाए तो समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। जिसके चलते इस बुखार को भूलकर भी हल्के में ना लें।
बचाव के लिए रखें इन बातों का ध्यान
इस वक्त डेंगू का कहर काफी ज्यादा बढ़ रहा है। ऐसे में अपनी और अपनों का ख्याल रखें। साफ सफाई का खास ध्यान रखें। इस दौरान कूली, टंकी को साफ करते रहें। घर में कहीं पर भी साफ पानी बिल्कुल भी जमा ना होने दें। साथ ही बचाव के लिए आप पूरी बाजू वाले कपड़े ही पहनें। शरीर में पानी की कमी ना होने दें। मच्छरदानी और मच्छर भगानी वाली क्रीम का इस्तेमाल करें।