जॉइंट इंजीनियरिंग मेन एग्जाम घोटाले में सीबीआई ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि कैसे एग्जाम के दिन कुछ हैकर्स ने एग्जाम सेंटर के सारे कप्यूटर हैक कर के वहां एग्जाम दे रहे बच्चो की मदद की । सीबीआई भी ये जान के हैरान होगयी बल्कि एक नही हैकरस ने पूरा एग्जाम सेंटर ही हैक कर दिया था, इनके प्रश्नों के जवाब के लिए देश के अलग-अलग जगह से एक्सपर्ट्स मौजूद थे।
जॉइंट इंजीनियरिंग मेन एग्जाम को लेकर सीबीआई ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स की और डिटेल में बताया कि की हैकर्स ने कैसे एक दो कंप्यूटर ही बल्कि पूरा का पूरा सेंटर ही हैक कर डाला। सीबीआई ने ये भी बताया कि कंप्यूटर के साथ साथ अन्य गैजेट भी उनके निशाने पे थे या नही इसकी भी जांच सीबीआई कर रही है।
सीबीआई ने इस घोटाले में सात लोगो की गिरिफ्तारी कर उनसे पूछ ताछ चालू कर दी है। और इन 7 को ही इस प्लान का मास्टरमाइंड माना जा रहा है, अब सीबीआई ये पता लगाने में लगी हुई है कि इन्होंने पूरा सेंटर कैसे हैक किया और कौन कौन इनकी मदद कर रहा था। सीबीआई को अपनी इस पूछताछ का फायदा भी मिला साजिश करने वालो ने धीरे धीरे अपने सारे राज़ बात दिए।
गिरिफ्तार आरोपियों ने बताया कि छात्रों को उनकी मनपसंद सेंटर चुनने का विकल्प था , इस बात का लाभ उठा कर साज़िशकर्ता ने छात्रों से सोनीपत का सेंटर चुनने को बोला , साज़िश रचने वालो ने पहले उन छात्रों का चयन किया जिनको पास होने की ज्यादा जरूरत थी। उनसे कांटेक्ट कर उनको ये सलाह दी। साथ साथ सोनीपत के सेंटर पे भी कुछ लोग से उसने साठ गाठ कर ली, पास करवाने की एवज में क्लाइंट से 15 से 20 लाख तक वसूल करते थे।
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प्रश्न पत्र को सुलझाने में मदद करने वाले की जानकारी भी उनके द्वरा बताइ गयी है उन्होंने बताया कि उनका एक एक्सपर्ट जमशेदपुर से था.इसके बाद आरोपी के द्वरा दी गयी सूचना का आधार पर जाँच का रुख एफिनिटी एजुकेशन के बेंगलौर और इंदौर शाखा के तरफ मुड़ गयी वह पर सीबीआई द्वारा छापा भी मार गया। रिपोर्ट के मुताबिक एफिनिटी एजुकेशन का एक निदेशक अभी भी फरार है और उसकी तलाश जारी है बाकी निदेशक भी जाच के दायरे में है।
सीबीआई की तरफ से अपनी रिपोर्ट मे बताया कि दिनांक 1 सितंबर को शिकायत दर्ज हुई थी. जिसके बाद सीबीआई ने दिल्ली, एनसीआर, पुणे और जमशेदपुर के कुल 20 ठिकानों पर रेड की गई थी. सीबीआई के छापों में 25 लैपटॉप, 7 कंप्यूटर, बाद की तारीखों के 30 चैक, बड़ी संख्या में दस्तावेज और अलग-अलग छात्रों की पीडीसी मार्कशीट समेत कई उपकरण बरामद किए गए हैं.