नई दिल्ली: आपके या आपके परिवार के किसी भी सदस्य पैरों की उंगलियों, एड़ियों और घुटनों में यदि दर्द या सूजन की समस्या रहती है तो इसे हल्के में ना लें। टाइम रहते इसे जल्द से जल्द डाक्टर को दिखाएं। इस तरह के लक्षण यूरिक एसिड (Uric Acid) में देखे जाते हैं। यूरिक एसिड बढ़ने के कारण व्यक्ति गठिया से भी ग्रसित हो सकता है। यदि शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है तो यह कई बीमारियों का कारण बनने लगती है। इस आर्टिकल में आज हम आपको यूरिक एसिड क्या है, इसके लक्षण क्या हैं और इसको कैसे नियंत्रित किया जा सकता है इस बारे में जानकारी देंगे।
Uric Acid क्या है
यूरिक एसिड अपशिष्ट यानी शरीर में पैदा होने वाला कचरा है। यह खाद्य पदार्थों के पाचन से उत्पन्न होता है और इसमें प्यूरिन होता है। जब शरीर में प्यूरिन टूटता है तो उससे यूरिक एसिड निकलता है। हमारे कई खाद्य पदार्थों में बड़ी मात्रा में प्यूरिन होते हैं। जिनमें मुख्य हैं –
- मीट
- मछलियां
- बीयर
- सूखे सेम
हेल्थ एक्सपर्ट की माने तो, हमारे शरीर में किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर करती है और फिर पेशाब के जरिए उसे शरीर से बाहर निकाल देती है। जब कोई व्यक्ति अपने भोजन में अधिक मात्रा में प्यूरिक का सेवन करता है और उसका शरीर यूरिक एसिड को उतनी तेजी से शरीर से बाहर नहीं धकेल पाता है तो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है। ऐसा होने पर उस व्यक्ति के खून में यूरिक एसिड प्रवाह होने लगता है, जो शरीर के कई अंगों तक फैल जाता है।
Advertisement
आपको बता दें जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर काफी ज्यादा हद तर बढ़ने लग जाता है तो उस स्थिति को हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है। शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से कई मांसपेशियों में सूजन आ जाती है। ऐसा होने पर वहां दर्द होने लगता है और यह दर्द काफी ज्यादा बढ़ जाने पर गाउट नाम की बीमारी भी हो सकती है। गाउट बीमारी जोड़ों की दर्दनाक बीमारी का कारण बनती है। इसके कारण व्यक्ति का खून और पेशाब भी एसिडिक नेचर की हो जाती है।
Uric Acid के कारण
- कई मामलों में यूरिक एसिड की समस्या आनुवंशिक भी हो सकती है।
- कुछ प्रकार के भोजन की वजह से भी शरीर में यूरिक एसिड इकट्ठा हो सकता है।
- ज्यादा वजन होने या मोटापे के कारण भी यूरिक एसिड की समस्या हो सकती है।
- तनाव के कराण भी शरीर में यूरिक एसिड इकट्ठा हो सकता है।
- यदि किसी को किडनी की बीमारी है तो यूरिक एसिड बढ़ सकता है।
- डायबिटीज के मरीजों में भी यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या होती हैं।
- हाइपोथायरायडिज्म यानी थायरायड कम होने की वजह से भी यूरिक एसिड की समस्या हो सकती है।
- कुछ प्रकार के कैंसर और कीमोथेरेपी की वजह से भी यूरिक एसिड बढ़ सकता है।
- त्वचा रोग (सोरायसिस) के कारण भी यूरिक एसिड़ बढ़ सकता है।
Uric Acid बढ़ने के लक्षण
- अगर आपके लाइस्टाइल में कोई बड़ा परिवर्तन हुआ है या आपका खानपान बदला है तो यूरिक एसिड होने की आशंका बढ़ जाती है।
- खून में यूरिक एसिड का स्तर काफी बढ़ जाने के बाद यदि कीमोथेरेपी से गुजर रहे हैं, तो उच्च यूरिक एसिड स्तर के कारण किडनी की समस्या और गठिया के भी लक्षण दिख सकते हैं।
- यूरिक एसिड के क्रिस्टल जोड़ों में जमा हो जाते हैं, जिससे जोड़ों में सूजन महसूस होती है। इसे गाउट कहा जाता हैं।
- यूरिक एसिड में पेशाब से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, किडनी में पथरी भी हो सकती है।
- यूरिक एसिड बढ़ जाने पर जोड़ों में असहनीय दर्द होता है और उठने-बैठने में परेशानी होती है।
- हाथ-पैर की उंगलियों में सूजन आ जाती है और भयंकर दर्द होता है।
Uric Acid का इलाज
शरीर में यूरीक एसिड का स्तर बढ़ने पर इसको करने के लिए आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर आपको कुछ नॉन-स्टेरायडल एंटी इंफ्लामेटरी (NSAID) एजेंट जैसे आइबुप्रोफेन दे सकते हैं, जो दर्द से राहत देते हैं। इसके अलावा कुछ घरेलू उपाय करके भी आप यूरिक एसिड को नियंत्रित कर सकते हैं।
ये भी पढ़े – अगर करते है हींग का सेवन तो आपको मिलते हैं कई फायदे, जानिए कैसे ?
Disclaimer
हमारा प्रयास रहता है कि हम आपके लिए एक दम सटीक जानकारी लेकर आए और इसलिए हम तथ्यों और विशेषज्ञों के द्वारा बताई गई ही जानकारी आपके लिए लेकर आते है। हम सभी का शरीर अलग-अलग तरीके का है। इसलिए इसे भी नकारा नहीं जा सकता कि हर टिप्स आपके शरीर पर एक ही तरह से काम करेगी। इसलिए किसी भी टिप को अपनाने से पहले आप अपने डॉक्टर या फिर किसी विशेषज्ञ की राय जरूर लें। हमारा काम आपके लिए होम रेमेडी और फिटनेस टिप लेकर आना है लेकिन उन्हें ट्राई करने से पहले आपको भी उसकी पूरी पड़ताल करनी चाहिए और तभी इन टिप्स को इस्तेमाल में लाना चाहिए।