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गुरूवार, नवम्बर 21, 2024
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Baltod ka gharelu upay जाने क्या है बालतोड़, इसका कारण, और इसके लक्षण!

अक्सर आपने बहुत से लोगों के साथ या हो सकता है आपके साथ भी कभी बालतोड़ की समस्या हुई हो। यह तो हम सभी जानते हैं कि हमारी त्वचा पर फोड़े या फुंसी की समस्या होते रहना एक आम बात है। ऐसी ही एक समस्या त्वचा के बाल टूटने से भी होती है, जिसे बालतोड़ के नाम से जाना जाता है। यह बहुत ही कष्टदायक होती है और हम किसी भी तरह जल्दी से इस समस्या से निजात पाना चाहते हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में बालतोड़ होने पर घरेलू उपायों बताएंगे।

बालतोड़ में असहनी दर्द के साथ-साथ अजीब सी बैचेनी भी होती रहती हैं। जिसके चक्कर में कई दवाओं का सेवन करने लगते हैं। लेकिन कई बार लाभ नहीं मिलता हैं। ऐसे में आप चाहे तो कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इस समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं। आर्टिकल में हम आगे बाल तोड होने का कारण, बाल तोड़ क्या है इसके लक्षण, घरेलू उपाय, इससे बचने के उपायों के बारे में बताएंगे।‌

Table of Contents

बालतोड़ क्या होता है / Baltod kya hota hai

Baltod त्वचा में एक मवाद से भरी हुई गांठ है जो एक जीवाणु संक्रमण के कारण होती है। यह बहुत बड़े पीले दाना जैसा होता है, लेकिन यह त्वचा में गहराई तक होता है और बहुत अधिक दर्द करता है। कभी-कभी बालतोड़ बिना किसी समस्या के अपने आप ही ठीक हो जाते है। वहीं डॉक्टर बालतोड़ को जल्दी दूर करने, दर्द को दूर करने और जटिलताओं को रोकने में मदद करते है।

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बालतोड़ के प्रकार Types of Baltod

  • कारबंकल यानी बड़ा फोड़ा – यह एक प्रकार का स्किन इंफेक्शन होता है, जिसमें हेयर फॉलिकल्स यानी बालों के रोम का एक पूरा समूह शामिल होता है। जिस हिस्से में यह संक्रमण होता है, वहां एक गांठ बन जाती है। यह त्वचा की गहराई में होती है, जिसमें मवाद भरा होता है।
  • हिड्राडेनाइटिस सुपराटीवा – यह एक प्रकार का त्वचा रोग होता है। इसमें त्वचा पर मवाद से भरा फोड़ा बन जाता है, जो दर्द देता है। यह समस्या अंडरआर्म्स और जांघ जैसे हिस्सों में ज्यादा होती है।
  • पायलोनिडल सिस्ट – इसमें नितंबों के बीच क्रीज में बालों के रोम के चारों ओर एक सिस्ट यानी गांठ जैसा बन जाता है। वहीं, अगर इसमें संक्रमण फैल जाए तो यह फोड़ा का रूप लेता है, जिसे पाइलोनिडल फोड़ा कहा जाता है।

बालतोड़ (फोड़े, फुंसी) के कारण

बालतोड़ बैक्टीरिया के कारण होते हैं, आमतौर पर स्टैफिलोकोकस ऑरियस बैक्टीरिया द्वारा बहुत से लोगों की त्वचा पर ये बैक्टीरिया होते हैं। वे उन लोगों में बालतोड़ या अन्य त्वचा संक्रमण के लिए नेतृत्व करने की अधिक संभावना रखते हैं जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो चुकी है।

इस कारण से, मधुमेह, क्रोनिक संक्रमण या कैंसर जैसी चिकित्सा स्थितियों वाले लोगों में बालतोड़ अधिक आम हैं। वे एक्जिमा, एलर्जी, अस्थमा, वाले लोगों में भी अधिक आम हैं। इसके अलावा यह त्वचा की सतह पर पाए जाने वाले अन्य प्रकार के बैक्टीरिया या कवक के कारण भी हो सकते है-

  • त्वचा का अनुचित तरीके से रखरखाव
  • बाल का टूटना
  • वैक्सिंग या शेविंग कराना
  • टाइट कपड़े पहनना
  • कुछ दवाएं
  • अधिक वजन होने पर

बालतोड़ के लक्षण Baltod ke lakshan kya hai

इन लक्षणों के जरिए बालतोड़ की पहचान की जा सकती है-

  • त्वचा पर मटर के आकार का फोड़ा होना
  • फोड़े में सफेद या पीला मवाद भर जाना
  • त्वचा के अन्य भागों में भी फोड़े का होना
  • फोड़े से मवाद का बहना

बालतोड़ के कुछ अन्य लक्षण भी हो सकते हैं:

  • थकान महसूस होना
  • बुखार होना
  • फोड़ा विकसित होने से पहले खुजली
  • फोड़े के आसपास की त्वचा का लाल होना

बालतोड़ का डॉक्टरों द्वारा इलाज

बालतोड़ का इलाज करने के लिए डॉक्टर बालतोड़ के फोड़े में एक छोटा सा चीरा लगाकर उसके मवाद को बाहर निकालते हैं। इसके अलावा कुछ दवाइयों के सेवन की भी सलाह दे सकते हैं, जैसे :

  • एंटीबायोटिक्स – अगर बालतोड़ की समस्या गंभीर है या फिर दोबारा से उसके होने की संभावना है तो इस स्थिति में डॉक्टर एंटीबायोटिक्स की भी सलाह दे सकते हैं।
  • एंटीसेप्टिक सॉल्यूशन – इसके अलावा, डॉक्टर बालतोड़ के घाव को साफ करने के लिए एंटीसेप्टिक सॉल्यूशन का भी इस्तेमाल करते हैं।

बालतोड़ के घरेलू उपचार | Baltod Ka Gharelu Upay

बालतोड़ की समस्या से निजात पाने में आपकी कुछ घरेलू नुस्खों भी मदद कर सकते हैं। यहां हम ऐसे ही कुछ घरेलू उपचार बता रहे हैं :

हल्दी

त्वचा के लिए हल्दी का इस्तेमाल लंबे अरसे से किया जाता रहा है। चाहे चेहरे की रौनक बढ़ानी हो या फिर घाव को ठीक करना हो, इन सब के कार्यों के लिए हल्दी रामबाण माना जाता है। दरअसल, हल्दी एंटी बैक्टीरियल गुण से समृद्ध होता है। ऐसे में माना जाता है कि यह त्वचा में फैले संक्रमण को कम कर सकता है, जो बालतोड़ की समस्या में लाभकारी साबित हो सकती है। इसके लिए बालतोड़ वाली जगह पर हल्दी का लेप लगा सकते हैं।

प्याज

बालतोड़ से छुटकारा पाने के लिए घरेलू नुस्खों के तौर पर प्याज का भी उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए प्याज के एक टुकड़े को बालतोड़ के फोड़े पर रखें और फिर उस पर साफ कपड़ा बांध दें। बता दें कि प्याज में एंटी बैक्टीरियल गुण से भरपूर होता है। इसका यह गुण त्वचा में फैले संक्रमण को कम कर सकता है, जिससे बालतोड़ का फोड़ा भी ठीक हो सकता है।

टी ट्री तेल

आयुर्वेद में टी ट्री तेल को फोड़े और फुंसी के लिए बेहद गुणकारी माना गया है। इसके पीछे का कारण है इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल प्रभाव, जो बैक्टीरियाओं से लड़कर त्वचा की रक्षा कर सकता है। यही वजह है कि बालतोड़ की समस्या के लिए भी टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए टी ट्री ऑयल में विच हेजल मिला लें, फिर कॉटन की सहायता से उस मिश्रण को फोड़े पर लगाएं।

नीम

त्वचा पर किसी भी प्रकार का मुंहासा हो या फिर फोड़ा-फुंसी नीम का इस्तेमाल आसानी से किया जा सकता है। दरअसल, नीम संक्रमण और सूजन को कम कर घाव को जल्दी भरने में मदद कर सकता है। ऐसे में अगर बालतोड़ के फोड़े से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो नीम के पत्ते को पीस कर उसे प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं। इसके अलावा, आप नीम के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

एलोवेरा

त्वचा और बालों के अलावा एलोवेरा बालतोड़ का इलाज भी कर सकता है। इसके लिए आप ताजा एलोवेरा जेल लें और फोड़े पर लगाएं। बता दें कि एलोवेरा में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेटरी गुण मौजूद होता है। इसका एंटी बैक्टीरियल गुण एक तरफ जहां बैक्टीरियाओं से लड़ने में मदद करता तो वहीं, एंटी इंफ्लामेटरी गुण सूजन को कम कर सकता है।

बालतोड़ (फोड़े, फुंसी) से बचाव के उपाय

कुछ बातों का ध्यान रखकर बालतोड़ के फोड़े या फुंसी से बचाव किया जा सकता है-

ढीले कपड़े पहनें

ज्यादा टाइट कपड़े पहनने से त्वचा रगड़ सकती है और त्वचा के बालों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे बालतोड़ होने की संभावना बढ़ जाती है। खासकर वर्कआउट करते समय। इसलिए बेहतर होगा कि हमेशा ढीले कपड़े ही पहनें।

साफ सुथरे कपड़े पहने

कभी-कभी गंदे कपड़े पहनने से भी संक्रमण फैल सकता है और बालतोड़ की समस्या हो सकती है। इसलिए कोशिश करें कि रोजाना साफ सुथरे कपड़े पहने।

वैक्सिंग या शेविंग ध्यान से करें

वैक्सिंग या शेविंग बालतोड़ के कारणों में से एक हैं। इसलिए सावधानीपूर्वक वैक्सिंग या शेविंग कर के भी बालतोड़ की समस्या से बचा जा सकता है।

बालतोड़ के संपर्क में आने पर अपना हाथों को धोएं। अगर किसी को बालतोड़ है और आप अनजाने में उनके संपर्क में आते हैं तो ऐसी स्थिति में अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं।

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मोहित नागर
मोहित नागर
मोहित नागर एक कंटेंट राइटर है जो देश- विदेश, पॉलिटिक्स, एंटरटेनमेंट, हेल्थ और वास्तु से जुड़ी खबरों पर लिखना पसंद करते हैं। उन्होंने डॉ० भीमराव अम्बेडकर कॉलेज (दिल्ली यूनिवर्सिटी) से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की है। मोहित को लगभग 3 वर्ष का समाचार वेब पोर्टल एवं पब्लिक रिलेशन संस्थाओं के साथ काम करने का अनुभव है।

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