हर व्यक्ति अपने घर में सुख-शांति और समृद्धि के लिए दिन रात मेहनत करता है। परंतु किसी ना किसी चीज के लिए या फिर आर्थिक तंगी के चलते हैं उसे परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वास्तु शास्त्र हमारे जीवन में बहुत ज्यादा महत्व रखता है। जिस प्रकार वास्तु के अनुसार घर में मौजूद हर एक वस्तु के लिए स्थान बताया गया है ठीक उसी प्रकार घर में किस प्रकार के पेड़ पौधे लगाने चाहिए और उनके महत्व के बारे में भी बताया गया है। अक्सर हम में से बहुत से लोग घर में पेड़ पौधे लगाना पसंद करते हैं परंतु हम यह नहीं जानते कि कौन सा पौधा हमारे लिए किस प्रकार फायदेमंद साबित होगा। वास्तु में ऐसे बहुत से पेड़ पौधों के बारे में वर्णन किया गया है जो घर में सुख शांति और सकारात्मक ऊर्जा का वास लेकर आते हैं। इन पौधों में से एक बेहद महत्वपूर्ण अपराजिता का पौधा भी माना जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें अपराजिता की बेल को विष्णुकांता या कृष्णकांता के नाम से भी जाना जाता है।
अपराजिता की बेल में सफेद और नीले रंग के फूल होते हैं। माना जाता है कि भगवान विष्णु को नीली अपराजिता बेहद प्रिय होती है। साथ ही आपको बता दें इस बेल को धन बेल के नाम से भी जाना जाता है। अपराजिता की बेल के बारे में ज्योतिष शास्त्रों में कहां गया है कि जैसे जैसे इसकी लंबाई बढ़ती है वैसे वैसे घर में खुशहाली आने लगती है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से जानकारी देगें की नीली अपराजिता को घर में लगाने से क्या-क्या फायदे होते हैं और इसे किस दिशा में लगाना सबसे उचित माना जाता है।
सकारात्मक ऊर्जा का होता है वास
भगवान विष्णु के सबसे प्रिय नीली अपराजिता की बेल को घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और नकारात्मक ऊर्जा खुद बा खुद खत्म होने लगती है।
मां लक्ष्मी होती है प्रसन्न
धार्मिक मान्यताओं की माने तो नीली अपराजिता विष्णु प्रिया होने की वजह से धन की देवी मां लक्ष्मी को भी आकर्षित करने का काम करती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें जिस घर के अंदर यह पौधा लगा होता है कहा जाता है कि वहां खुद मां लक्ष्मी निवास करती है और वहां कभी आर्थिक तंगी जैसे हालात देखने को नहीं मिलते है।
बुद्धि होती है तेज
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि हम घर के अंदर नीली अपराजिता की बेल लगाते हैं तो इससे परिवार के सदस्यों की बुद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही मान्यता है कि यदि नीली अपराजिता की बेल का फूल भगवान विष्णु को चढ़ाया जाए तो परिवार ता कोई भी सदस्य कभी पराजय नहीं होता।
नीली अपराजिता का फूल मिटाता है शनि दोष
वास्तु शास्त्र के मुताबिक नीली अपराजिया के पौधे का नीला सुंदर फूस शनिदेव को चढ़ाने से शनि की मगादशा या साढ़ेसाती से मिल रहे कष्टों खत्म होने लगते है।
जानें नीली अपराजिता लगाने की सही दिशा
वास्तु वास्त्र के अनुसार, उत्तर दिशा में नीली अपराजिता की बेल को घर मेंलगाना चाहिए। मान्यता किस दिशा में तेल को लगाने पर घर में खुशहाली बनी रहती है। साथ ही ध्यान रहें कि कभी भी इस बेल को पश्चिम या दक्षिण दिशा में नहीं लगाएं।
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