भारतीय डाक्यूमेंट्री ‘राइटिंग विद फायर’ को अकादमी पुरस्कारों के 94वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में बेस्ट डाक्यूमेंट्री फीचर श्रेणी में नामांकित किया गया है। नामांकन की घोषणा ट्रेसी एलिस रॉस और लेस्ली जॉर्डन ने मंगलवार शाम एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज के ट्विटर पेज के माध्यम से की है।
‘राइटिंग विद फायर’ रिंटू थॉमस और सुष्मित घोष द्वारा निर्देशित की गयी है, फिल्म की कहानी दो नवोदित दलित महिलाओं द्वारा संचालित भारत के एकमात्र समाचार पत्र खबर लहरिया के उदय का वर्णन करती है। सह-निर्देशक सुष्मित घोष इस खबर से बहुत खुश हैं। यह हमारे लिए और भारतीय सिनेमा के लिए बहुत बड़ा क्षण है। यह फिल्म निडर दलित महिला पत्रकारों के संघर्ष को दिखाती हैं।
बाद में, थॉमस ने 2022 के ऑस्कर में फिल्म के नामंकन के बारे में अपने उत्साह को साझा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया है। “ओह माई गॉड !!!! राइटिंग विद फायर को अभी-अभी @TheAcademy अवार्ड के लिए नामांकित किया गया है। ओह माय गॉड, उसने घोष और उनके परिवार के साथ जश्न मनाते हुए वीडियो को कैप्शन दिया है।
‘राइटिंग विद फायर’ फिल्म दलित महिलाओं के इस महत्वाकांक्षी समूह का अनुसरण करती है, जिसका नेतृत्व उनकी मुख्य रिपोर्टर मीरा कर रही है। फिल्म में दिखाया गया है कि अखबार खबर लहरिया की शुरुआत कैसे हुई थी? साथ ही इन दलित महिलाओं को इस अखबार को प्रिंट से डिजिटल पर स्विच करने के लिए किन-किन मुश्किलों का सामना करना पडा था। ‘राइटिंग विद फायर’ को अभी तक इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर 20 से भी ज्यादा अवॉर्ड मिल चुके हैं। ऐसे में लोगों को ‘राइटिंग विद फायर’ से ऑस्कर अवॉर्ड जितने की उम्मीद है और लोगो को लगता है कि इस बार ऑस्कर अवॉर्ड भारत जरूर आएगा।
Advertisement
आपको बता दें कि श्रेणी में अन्य नामांकित फिल्मों हैं: “‘एसिनेशन'”, “एटिका”, “फ्ली” एंड “समर ऑफ सोल”। पुरस्कार समारोह 27 मार्च को आयोजित होने वाला है।