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शनिवार, नवम्बर 16, 2024
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कश्मीर: आम लोगों की हत्या के बाद सेना ने 9 एनकाउंटर में 13 आतंकी मारे, पिछले 24 घंटे में ‌3 को किया ढेर।

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पंपोर में सुरक्षाबलों ने शनिवार को एनकाउंटर में 3 आतंकियों को मार गिराया। मारे गए दहशतगर्दों में से 2 की पहचान उमर मुस्ताक खांडे और शाहीद बशीर के तौर पर हुई है। दोनों आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे। कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि खांडे श्रीनगर के बघाट में 2 पुलिसकर्मियों (SgCT मोहम्मद यूसुफ और Ct सुहैल आह) की हत्या में शामिल था। साथ ही वह अन्य आतंकी गतिविधियों का भी हिस्सा रहा है। इनके पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं।

खबरों के मुताबिक, नागरिकों की हत्याओं के बाद 9 मुठभेड़ों में 13 आतंकवादी मारे गए हैं। श्रीनगर में 5 में से 3 आतंकवादियों को हमने 24 घंटे से भी कम समय में ढेर कर दिया है। उन्होंने कहा कि सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। बचे 2 दहशतगर्दों को भी जल्द ही मार गिराएंगे।

पुंछ एनकाउंटर के दौरान JCO समेत 2 जवान लापता

वहीं, जम्मू-कश्मीर के पुंछ में सोमवार से चल रहे एनकाउंटर में जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) समेत 2 जवान लापता हो गए हैं। सेना ने इसे लेकर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है। गुरुवार को मुठभेड़ के दौरान दो सैनिक- राइफलमैन योगंबर सिंह और राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी शहीद हो गए थे। इसी इलाके में चार दिन पहले सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। इनके शवों को निकालना सेना के लिए एक बड़ी चुनौती थी। जवानों को बहुत ही सावधानी से आगे बढ़ना पड़ा

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पुंछ जिले में मेंढर सब डिवीजन के नर खास फॉरेस्ट में चल रहे काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन में 14 अक्टूबर की शाम सेना के जवानों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें एक सैनिक और एक JCO घायल हो गए। अभी वहां पर ऑपरेशन जारी है। शुक्रवार को सेना ने दो जवानों के शहीद होने की पुष्टि की, लेकिन घायलों के बारे में कोई अपडेट नहीं मिला.

वहीं इससे पहले 11 अक्टूबर को एक JCO समेत सेना के 5 जवान उस वक्त शहीद हो गए, जब आतंकवादियों ने पुंछ के सुरनकोट वन में सेना के गश्ती दल पर हमला कर दिया था। उसी दिन राजौरी के थानामंडी जंगल में फरार आतंकवादियों और सेना के तलाश दल के बीच मुठभेड़ हुई थी।

अधिकारियों ने बताया कि मेंढर से थानामंडी तक के पूरे वन क्षेत्र की कड़ी घेराबंदी कर दी गई है और आतंकवादियों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान चलाया गया है। आतंकवादी घेराबंदी से बचने की कोशिश में एक जगह से दूसरी जगह जा रहे हैं। राजौरी-पुंछ रेंज के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस विवेक गुप्ता ने मंगलवार को बताया था कि पुंछ में सुरक्षाबलों पर हमले में शामिल आतंकवादी पिछले दो से तीन महीनों से इलाके में मौजूद थे।

जम्मू क्षेत्र के राजौरी और पुंछ में इस साल जून के बाद से घुसपैठ की कोशिशें बढ़ गई हैं। इस बीच, एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि राइफलमैन नेगी और सिंह के पार्थिव शरीर शनिवार सुबह विमान से उत्तराखंड ले जाए गए। हवाई अड्डे से जवानों का पार्थिव शरीर सड़क मार्ग से उनके गृह नगर ले जाए जाएंगे और पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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