कोरोना फैलाने के शक के चलते चीन की दुनिया भर में भले ही किरकिरी हो रही हो लेकिन बेशर्मी इतनी है कि सुधरने को तैयार नहीं! पहले डोकलाम में भारत के निर्माण कार्यो में बाधा डालने की कोशिश के बाद अब से फिर से चीन ने भारत के काम अड़गा डाल दिया है!
क्या है मामला?
भारत लद्दाख क्षेत्र में चीन बार्डर पर सड़क एवं अन्य विकास कार्यो में लगा है, और यही कार्य चीन को रास नहीं आ रहे! चीन चाहता है की भारत पूर्व की भांति कच्चे रास्ते एवं अन्य कामचालऊ ठिकानो पे ही जमा रहे! इसी कड़ी में भारत ने लद्दाख में सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया तो चीन ने पहाड़ी क्षेत्र का आतिक्रमण लाकर भारत के रास्ते में डाल दिया! भारतीय सेना द्वारा विरोध के बाद सीमा पर तल्खी बढ़ गयी है!
वर्तमान स्थिती क्या है?
चीन के तमाम हथकंडों के बावजूद भारत सरकार ने कार्य जारी रखने के निर्देश दिये हैं! भारत के मजबूत ईरादों से वाफिक चीनी राष्ट्रपति शी ज़िनपिंग ने अपने उच्च सैन्य अफसरों के साथ मुलाकात करके उनसे युद्ध की तैयारियों का जायजा लेने को कहा है तथा सेना सीमा पर चौकस रहने के निर्देश दिये हैं! जिसके फलस्वरूप चीन ने हिमाचल- उत्तराखण्ड सीमा पर हर्षिल क्षेत्र में गतिविधियाँ तेज कर दी हैं!
भारत का रुख क्या है?
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कल चीफ ऑफ ड़ीफेंस श्री विपिन रावत एवं तीनो सेना प्रमुखों से मुलाकात करके किसी भी हालत में पीछे ना हटने के निर्देश दिये हैं! उन्होने चीन की हरकतों पे अपना रुख साफ करते हुए, ड्रैगन की किसी भी चाल से निपटने के लिए तैयार रहने को बोला गया है! साथ ही निर्देश दिये की लद्दाख सीमा पर सड़क निर्माण का कार्य जारी रखा जाये! एवं किसी भी परिस्थिती में जबाबी कार्यवाही के लिए तैयार रहने को कहा गया है!