इलॉन मस्क का नाम कौन नहीं जानता ? इलेक्ट्रिक व्हीकल और क्लीन एनर्जी के क्षेत्र में क्रांतिकारी काम कर रहे बिजनेसमैन इलॉन मस्क को पूरी दुनिया में सराहा जाता है और इस वक्त इलॉन मस्क की स्टारलिंक भी काफी चर्चा में है। दरअसल, स्टारलिंक सैटेलाइट कम्यूनिकेशन यानी सेटकॉम पर काम करती है। अब ऐसी चर्चाए है कि स्टारलिंक भारत में एंट्री ले सकती है।
बता दें कि भारत सरकार का दूरसंचार विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन) उपग्रह-आधारित ब्रॉडबैंड सेवाओं को शुरू करने की मंजूरी प्रक्रिया को आसान बनाने पर काम कर रहा है और अगर ऐसा होता है तो इसका फायदा इलॉन मस्क की स्टारलिंक कंपनी को भी मिल सकता है।
इसका खुलासा एक कार्यक्रम में खुद दूरसंचार विभाग के उप महानिदेशक एस निराणियन ने करते हुए कहा था कि हम उपग्रह नेटवर्क के लिए प्रक्रियाओं को आसान बना रहे हैं और हमारी कोशिश है कि इसमें कम से कम समय लगे।
इनके अलावा संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने भी हाल ही संसद में इलॉन मस्क की स्टारलिंक कंपनी का जिक्र करते हुए कहा था कि कि इलॉन मस्क की स्टारलिंक कंपनी नें दूरसंचार विभाग में प्रायोगिक और परीक्षण लाइसेंस के लिए आवेदन किया है और अपनी सर्विस मुहैया कराने के लिए स्टारलिंक सभी जरूरी लाइसेंस और प्राधिकरणों के लिए आवेदन करना चाहती है।
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इनके अलावा स्टारलिंक के भारत में निदेशक संजय भार्गव ने कहा था कि वो अपनी ब्रॉडबैंड और दूसरी सेवाएं देने के लिए 2022 में एक कमर्शियल लाइसेंस के लिए आवेदन करेंगे। संजय भार्गव ने कहा था कि उम्मीद है कि हम 31 जनवरी 2022 या उससे पहले लाइसेंस के लिए आवेदन कर देंगे।
बताते चलें कि, इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर है और अगर स्टारलिंक भारत में आती है तो स्टारलिंक इंटरनेशनल मार्केट के मुकाबले भारत में सस्ती कीमत पर अपनी सर्विस दे सकती है।
इन सब के बीच ऐसा भी कहा जा रहा है कि भारत में स्टारलिंक के सब्सक्रिप्शन प्लान अन्य कंपनियों के मुकाबले काफी कम रेट में मिल सकते है और स्टारलिंक का फोकस यह है कि वो शुरूआत में भारत के ऐसे इलाकों में काम करें, जहां इंटरनेट की सेवा दे पाना मुश्किल है।