संस्थान के अधिकारियों के अनुसार, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), मद्रास ने अपने छात्रों के लिए अब तक के सबसे अधिक प्री-प्लेसमेंट ऑफर दर्ज किए हैं।
शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में आईआईटी-मद्रास के छात्रों को 227 प्री-प्लेसमेंट ऑफर (पीपीओ) मिले हैं, जबकि पूरे 2020-21 शैक्षणिक वर्ष के दौरान 186 ऑफर मिले हैं।
पीपीओ कैंपस प्लेसमेंट के पहले चरण के शुरू होने तक जारी रहेंगे, जो 1 दिसंबर को निर्धारित है।
वहीं शैक्षणिक वर्ष 2019-20, 2018-19, 2017-18 और 2016-17 में पीपीओ की संख्या क्रमश: 170, 135, 114 और 73 रही थी।
इस साल पीपीओ में वृद्धि के पीछे के कारकों के बारे में बताते हुए, आईआईटी-मद्रास के सलाहकार (प्रशिक्षण और प्लेसमेंट) सीएस शंकर राम ने कहा, “इंटर्नशिप प्रक्रिया कंपनियों को हमारे छात्रों का इवेलुएशन करने का एक अच्छा अवसर प्रदान करती है।
उनका कहना है कि “यह हमारे छात्रों को कंपनी के बारे में अधिक जानने में भी सहायता करता है, जो भूमिकाएं उन्हें पेश की जा सकती हैं और संभावित कैरियर की संभावनाएं क्या हैं।”
उन्होंने कहा कि पीपीओ इस बातचीत का एक स्वाभाविक परिणाम है जो कंपनियों और छात्रों दोनों के लिए फायदेमंद है। राम ने कहा, “हमें इस संबंध में अपने छात्रों के निरंतर मजबूत प्रदर्शन को देखकर खुशी हो रही है और हम इसे पहले चरण के प्लेसमेंट तक विस्तारित करने की उम्मीद करते हैं।”
राम ने बताया कि चालू शैक्षणिक वर्ष 2021-2022 में प्राप्त पीपीओ की संख्या संस्थान में अब तक की सबसे अधिक संख्या है।
IIT मद्रास के सलाहकार (इंटर्नशिप) सत्यन सुब्बैया ने कहा, “इंटर्नशिप प्रक्रिया छात्र को क्लास-रूम से रियल-वर्ल्ड प्लेसमेंट में बदल देती है।
सुब्बैया ने कहा कि इंटर्नशिप कार्यालय इस परिवर्तन में अपनी इच्छित भूमिका को जारी रखता है, जो कंपनियों को छात्रों के साथ जल्दी से जोड़ता है, उन्हें एक-दूसरे का परीक्षण करने का मौका देता है, साथ ही पाठ्यचर्या की जरूरतों को भी पूरा करता है।
उन्होंने कहा, “आईआईटी-मद्रास में पाठ्यचर्या और पाठ्येतर अनुभवों से निर्मित, हमारे छात्र अपनी इंटर्नशिप में उत्कृष्ट हैं। इससे कंपनियों में प्री-प्लेसमेंट ऑफर के लिए पर्याप्त विश्वास मिला है।
क्वालकॉम, माइक्रोसॉफ्ट, हनीवेल, टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स और गोल्डमैन सैक्स प्रमुख नियोक्ताओं में थे।