साल में नवरात्रि 2 बार आती है एक होती है चैत्र नवरात्रि जो कि इस बार 2 अप्रैल से शुरू होगी और दूसरी होती है अश्विन नवरात्रि जो कि 26 सितम्बर से प्रारंभ होगी। नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है और अंतिम नवरात्रि के दिन नौ कन्याओं को भोजन कराने के उपरांत नवरात्रि संपन्न होती है।
इस दौरान सभी माँ दूर्गा से यही कामना कामना करते है कि उनके घरों में धन, सुख एवं समृद्धि सदैव बनी रहे। चैत्र नवरात्रि में अब केवल एक हफ्ते का समय बचा है इसी को देखते हुए हम आपके लिए कुछ खास उपाय लेकर आए है।
जिन्हें अगर आप करते है तो इस साल आपको भी माँ दूर्गा से धन, सुख एवं समृद्धि का आशीर्वाद मिल सकता है। तो कौनसे है वह उपाय आइए जान लेते है।
वास्तु के अनुसार चैत्र नवरात्रि 2022 के लिए उपाय ?
ईशान कोण में कलश की स्थापना
नवरात्रि के दिन स्थापना के लिए कलश की स्थापना की जाती है वास्तु के अनुसार अगर कलश की स्थापना ईशान कोण यानी कि उत्तर पूर्व कोण की दिशा में की जाती है तो पूजा का अधिक फल मिलता है क्योंकि पूजा के लिए ईशान कोण को सबसे शुभ और उत्तम दिशा माना जाता है।
अगर आप भी नवरात्रि के प्रथम दिन इस दिशा में कलश की स्थापना करेंगे तो आपको मां दुर्गा से सुख एवं सौभाग्य का आशीर्वाद मिल सकता है।
माँ लक्ष्मी के पद चिह्न
अब जो हम आपको उपाय बताने वाले है उसे आप प्रथम नवरात्र से लेकर नौवें नवरात्रे के बीच कभी भी कर सकते है। इसके लिए आपको नवरात्रि के दौरान अपने घर के मुख्य द्वार पर माँ लक्ष्मी के पद चिह्न लगाने है। इसकी दिशा आपको ऐसी रखनी जैसे माँ लक्ष्मी आपके घर में प्रवेश कर रही हो ऐसा करने से आपकी धन-संपत्ति में वृद्धि होगी।
दीपक को आग्नेय दिशा में जलाएं
नवरात्रि के दौरान आप जब दीपक या अखंड ज्योतो को जलाएं तो इस बात का ध्यान रखें कि दीपक की दिशा आग्नेय यानी दक्षिण पूर्व कोण हो। ऐसा करने से सुख-समृद्धि में तो वृद्धि होगी ही इसके अलावा आप अपने शत्रुओं पर भी विजय पा लेंगे।
मुख्य द्वार पर लगाएं ॐ का चिह्न
हिंदू धर्म में ॐ को सबसे विशेष और प्रभावी शब्द माना जाता है। इसीलिए नवरात्रि के दिनों में अगर आप अपने घर के मुख्य द्वार की पूर्व या उत्तर दिशा में ॐ का निशान लगाते है तो आपके घर में सदैव सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी और आपकी आय में भी बढ़ोत्तरी होगी।