आज हम लोग नींद जुड़े विषयों पर बात करने जा रहे हैं। हम लोग जानेंगे की एक व्यक्ति के लिए नींद लेना कितना जरूरी है और यदि कोई व्यक्ति प्राप्त नींद नहीं लेता है तो उस वजह से उसको किस तरह के नुक्सान उठाने पड़ते हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम जानेंगे की आखीर नींद क्या है और किस वजह से कई लोगों को नींद ना आने की परेशानी होती है। साथ ही हम जानेंगे कि क्या वो फायदे हैं जो हमें पूरी नींद करने पर मिलते हैं और क्या वो नुक्सान है जो हम अधूरी नींद लेने पर होते हैं। वहीं हम लोग जानेंगे की एक अच्छी व पूरी नींद लेने के लिए हमें क्या करना चाहिए और कुछ ऐसे घरेलू उपाय जो हम घर में इस्तेमाल होने वाली चीजों से भी कर सकते हैं।
जितना किसी व्यक्ति के लिए खाना खाना महत्वपूर्ण रखता हैं तो उतना ही उसके लिए सोना भी महत्वपूर्ण होता है। नींद हमारे शरीर और मन मस्तिष्क को आराम देने का काम करती है। यदि हमारे शरीर को प्राप्त नींद ना मिले तो बॉडी से ऊर्जा का संचार होना कम हो जाता है और तन मन से जुड़े रोग उत्पन्न होने शुरू हो जाते हैं। वहीं अगर हम अच्छी और गहरी नींद लेते हैं तो हमारा शरीर ऊर्जा से भर जाता है। समुचित नींद शरीर के लिए आवश्यक होती है।
क्या होती है नींद ?
नींद रोजाना दिन में आने वाली अचेतन अवस्था होती है। जिसमें हमें आसपास की चीजों का पता नहीं होता है उसे नींद कहते है। यदि हम इसे स्पष्ट रूप से समझे तो जब हमारा मन माथे के बीच में आज्ञाचक्र पर आता है, पर उस समय साक्षी भाव नहीं होता तो उसे नींद कहा जाता है।
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वात, कफ और पित्त के संतुलन पर मनुष्य का स्वास्थ्य निर्भर होता है। जब इनमें असंतुलन आता है तो नींद ना आने जैसी समस्या उत्त्पन्न हो जाती है और हम सोने की कोशिश करते है उसके बावजूद भी हमें नींद नहीं आती तो उसकी वजह वात दोष होती है।
वहीं यदि हम पूरी नींद लेते हैं तो हमारा शरीर ऊर्जावान बना रहता है। नींद हमारी दिनचर्या का सबसे अहम हिस्सा होती है। नींद ना आने के कारण शरीर में बीमारियां हो सकती है। शरीर में तमोगुण बढ़ने पर नींद आती है और जब सत्व गुण बढ़ता है तो जागना होता है।
नींद ना आने के कारण
अगर रात को नींद ना आने की समस्या आपके साथ भी है तो आप अपनी पूरी पूरी रातें केवल करवटें बदल कर गुजार रहे हैं, तो इसके पीछे ये कारण हो सकते हैं :-
• तनाव
तनाव होने पर शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है जो कि एक स्ट्रेस हार्मोन है। इसके कारण शरीर आराम की स्थिति में नहीं रह पाता और ब्रेन एक्टिव रहता है जिससे नींद आना मुश्किल हो जाता है। रिसर्च भी बताती हैं कि तनाव को नींद ना आने का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। इसमें यह भी कहा गया है कि जिस चीज से आपका तनाव बढ़ रहा है उसकी भूमिका भी आपकी नींद को बाधित करने में काफी अहम है।
• स्लीप एप्निया
स्लीप एप्निया एक स्लीप डिसऑर्डर (नींद विकार) है जिसके कारण या तो नींद पूरी नहीं होती या पूरी नींद के बाद भी आप थका-थका महसूस करते हैं। रात में सोते वक्त बार-बार सांस लेने में परेशानी होने के कारण बार-बार नींद खुल जाती है जिससे आप अच्छी नींद नहीं ले पाते हैं और अधिक समय सोने के बाद भी अगले दिन आलस महसूस होता है।
• डिहाइड्रेशन
दिनभर की भागदौड़ के कारण हम उचित मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करना अक्सर भूल जाते हैं। पानी पीने में हमारी लापरवाही भी हमारी थकान बढ़ा देती है, और ऐसे में सिरदर्द की आशंका बढ़ जाती है। यही कारण है कि आपका दिन भर का काम प्रभावित होता है। रिसर्च बताते हैं कि क्रॉनिक डिहाइड्रेशन भी नींद ना आने की वजह बन सकती है।
• इन्सोम्निया
अगर आपको रात में नींद ना आने, बार-बार नींद खुल जाने, रात में नींद ना खुलने के बाद दोबारा सो पाने में दिक्कत और सुबह भी जल्दी नींद खुल जाने जैसे लक्षण दिख रहे हैं तो यह इन्सोम्निया हो सकता है। इन्सोम्निया एक ऐसा स्लीप डिसऑर्डर है जो आपको रात में नींद ना आने और दिनभर थका हुआ महसूस करने का कारण हो सकता है।
• अधिक कैफीन का सेवन
कॉफी की अधिक मात्रा हमारे शरीर पर विपरीत प्रभाव भी डाल सकती है। जब हम इसका सेवन करते हैं तो कैफीन का प्रभाव हमारे शरीर में लंबे समय तक बना रहता है। यह हमारे शरीर में एड्रिनल हॉरमोन को बढ़ाता है जिससे हम दोबारा एक्टिव और एनर्जेटिक हो जाते हैं। जैसे ही हमारे शरीर से इसका प्रभाव कम होने लगता है तो हम अचानक फिर से थकावट महसूस करने लगते हैं। इसलिए चाय-कॉफी का सेवन कम करें।
• सोने से पहले फोन इस्तेमाल करना
फोन से निकलने वाली आर्टिफिशियल लाइट, ब्रेन को यह संकेत देती है कि उसे जागते रहना है क्योंकि यह दिन के प्रकाश जैसी लगती है। यह धोखा हमारी प्राकृतिक लय (circadian rhythm) को बिगाड़ देता है। जिससे रात में नींद कम आती है और फिर सारा दिन थका-थका महसूस होता है।
• वीकेंड पर देर से सोना
अक्सर वीकेंड पर हम देरी से सोते हैं जिसके चलते हम अगले दिन देर से उठते हैं। इस कारण हमारा स्लीप साइकल खराब हो जाता है। इसे बायोलॉजिकल क्लॉक (biological clock) भी कहा जाता है। इसका मतलब है कि हमारे शरीर को एक ही समय सोने की आदत होती है जिसे आप वीकेंड पर खराब कर लेते है और इससे नींद नहीं आती।
• गतिहीन लाइफस्टाइल
यदि आपका काम दिनभर बैठे रहकर करना है तो यह एक कारण भी आपकी नींद को प्रभावित करता है। जब आप दिनभर निष्क्रिय रहते हैं या बहुत कम मूवमेंट करते हैं तो इससे आपको रात में बेहतर नींद नहीं मिल पाती, जिसके कारण आप दिनभर सुस्त और थकान महसूस करते हैं।
अच्छी नींद के फायदे
7-9 घंटे की नींद लेना आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। अच्छी नींद लेने के कई फायदे होते है। नींद हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है। लेकिन भागती -दौड़ती जिंदगी में हमारे सोने की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित होती है। एक अच्छी नींद हमारे दिमाग को तरोताजा करने के लिए और शरीर के दूसरे अंगों को आराम देने के लिए बहुत जरूरी है। जिससे की मनुष्य का स्वास्थ्य सही रहता है। आइए जानें कुछ ऐसे ही फायदों –
• मानसिक स्थिति में सुधार
जब हम लगातार काम करते रहते है तो शरीर के साथ – साथ मन पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। पर्याप्त नींद लेने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है। जिससे की तनाव और चिंता में कमी आती है।
• अच्छी याददाश्त
नींद पूरी होने से याददाश्त अच्छी बनी रहती है और भूलने की समस्या से निजात मिलता है। भरपूर नींद लेने वाले व्यक्तियों की याददाश्त कम नींद लेने वाले व्यक्तियों से तेज होती है। जिससे की उन्हें लम्बे समय तक चीजें याद रहती है।
• एकाग्रता में वृद्धि
पर्याप्त नींद लेने से एकाग्रता में वृद्धि होती है। जिससे किसी भी कार्य को करने में मन लगता है और मन इधर उधर भटकता नहीं है उस कार्य को ध्यान से एकाग्रचित होकर कर सकते है।
• इम्युनिटी को बढ़ाये
एक गहरी और सामान्य से ज्यादा नींद लेने पर इम्युनिटी में भी सुधार होता है। जिससे आपको किसी भी बीमारी से लड़ने, संक्रमणों से लड़ने की ताकत मिलेगी।
• तनाव कम करने में सहायक
तनाव में रहने से हम किसी भी बीमारी के जल्दी शिकार हो जाते है। अगर आप अच्छी नींद लेंगे तो तनाव को कम करने में मदद मिलेगी।
नींद आने के उपाय
यदि आप चाहते है की आप भरपूर नींद ले पाए तो इसके लिए आपको अपनी जीवनशैली में कुछ परिवर्तन करने होंगे। अच्छी और आरामदायक नींद पाने के लिये इन कुछ तरीक़ों को आप अपना सकते हैं-
• सोने और जागने का समय
लगभग हर रोज़ एक ही समय पर सोने और जागने का एक नियमित समय तय करें, इससे आपके शरीर को अच्छी और बेहतर नींद मिलेगी। सोने के लिए ऐसा समय चुनें जब आपको थकान महसूस हो रही हो और आपको आसानी से नींद आ जाये।
• सोने लायक माहौल
आपके आराम करने वाले कमरे का आपके लिये शांतिपूर्ण होना चाहिये। आपके कमरे का तापमान, रोशनी और शोर सभी पूरी तरह नियंत्रित होनी चाहिये, जिससे आपके सोने के कमरे का वातावरण आपके अच्छी नींद लेने मे सहायक बने।
• पालतू जानवर सात सोता है
यदि आपके पास पालतू जानवर हैं जो आपके साथ आपके कमरे मे सोता हैं, और आपको रात मे परेशान करता हैं तो ज्यादा अच्छा रहेगा आप इसे दूसरे कमरे मे सुला दे ,ताकि आप आराम से सो सके।
• आरामदायक बिस्तर
ऐसे किसी गद्दे पर आराम से सोना मुश्किल है जो या तो बहुत नरम या बहुत कठोर है, या एक बिस्तर जो बहुत छोटा या पुराना है। इसलिए अपने लिए एक आरामदायक बिस्तर का इंतेजाम करें।
• नियमित व्यायाम
नियमित रूप से मध्यम शक्ति वाले व्यायाम करना, जैसे तैराकी या पैदल चलना, दिन भर के तनाव को दूर करने में मदद कर सकता है। सुनिश्चित करें कि आप सोते समय जोरदार व्यायाम नहीं करते हैं, जैसे दौड़ना या जिम, क्योंकि यह आपको जागृत रख सकता है।
• कैफीन वाली चीजों का कम इस्तेमाल
चाय, कॉफी, एनर्जी ड्रिंक्स और कोला जैसी चीजों से दूर रहे, ख़ासकर शाम के समय इनचीजों को न ले। कैफीन आपकी नींद मे बाधा उत्पन्न कर सकता है और आप अच्छी नींद नहीं ले पाते। इसलिये अच्छा रहेगा आप सोने से पहले चाय, कॉफी का सेवन ना करें।
• ज्यादा खाना और शराब का सेवन
जरूरत से ज्यादा खाना और शराब, इनका सेवन देर रात को करने से भी, आपकी नींद के नियम मे बाधा उत्पन्न होती हैं। शराब का सेवन करने से आपको पहले से ही नींद आने लगती हैं और जब रात मे सोने का समय होता हैं तब आपकी नींद आने मे परेशानी होती हैं।
• धुम्रपान न करें
निकोटीन एक उत्तेजक पदार्थ है। धूम्रपान करने वालों को नींद आने में अधिक समय लगता है, वे बार-बार उठते हैं, और अक्सर उनकी नींद बाधित होती है।
• सोने से पहले थोडा रिलैक्स
गर्म पानी से नहा लें या मन और शरीर आराम देने वाले शांत संगीत सुनें। अक्सर डॉक्टर ऐसा कुछ सुनने का सलाह दे सकते हैं जिन्हें सुनकर आपकी थकान दूर हो और आपको आराम महसूस हो।
• खुश रहने की कोशिश करें
अपने आपको ज्यादा से ज्यादा खुश रहने की कोशिश करे और तनाव से दूर रहे। यदि आप तनाव में रहेगें तो मन हर समय नकारात्मक विचारों से घिरा रहेगा और आप सो नहीं पाएंगे इसलिए खुश रहे।
• सोते समय किताब पढ़ें
किताब पढ़कर सोये इससे आपका दिमाग शांत रहेगा और आपको सुकून का अनुभव होगा जो अच्छी नींद लेने के लिए आवश्यक है।
• मनपसंदीदा खेल खेले
यदि आप किसी खेल में रूचि रखते है तो उसे नियमित तौर पर खेले। इससे आपको ऊर्जा मिलेगी और आपको आराम की जरूरत होगी तो आप अच्छे से सो पाएंगे और मनपसंदीदा खेल खेलने पर आपको ख़ुशी भी मिलेगी।
नींद आने के घरेलू उपाय और इस्तेमाल का तरीका
अच्छी नींद आने के घरेलु उपाय करने से भी नींद आने में मदद मिलती है तो क्या है यह घरेलू उपाय जानते है।
• सेब का सिरका
सेब साइडर सिरका में अमीनो एसिड होता है जो थकान को राहत देता है। साथ ही, यह फैटी एसिड को तोड़ने में मदद करता है। शहद भी आपके इंसुलिन को बढ़ाकर नींद को बढ़ावा देता है। शहद के इस्तेमाल से आपके दिमाग के केमिकल आपके नींद और उठने के चक्र को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल
दो चम्मच सेब का सिरका और शहद को एक ग्लास गर्म पानी में ज़रूर मिलाएं। अब इस मिश्रण को सोने से पहले जरूर पियें।
इसके अलावा आप एक कप शहद में दो चम्मच सेब का सिरका मिला लें। अब इस मिश्रण का एक चम्मच पानी के साथ या बिन पानी के भी ले सकते हैं।
बच्चों के लिए आप दो चम्मच शहद को पानी में डालकर भी दे सकते हैं।
• वेलेरियन के जड़
वेलेरियन एक औषधीय जड़ी बूटी है और इसमें मांसपेशियों को आराम देने के गुण भी मौजूद होते हैं। इसके सेवन से शरीर को आराम मिलता है और गहरी नींद को भी बढ़ावा मिलता है।
कैसे करें इस्तेमाल –
दो कप गर्म पानी में एक या आधा चम्मच वेलेरियन जड़ और जायफल को मिलाएं। अब इस 15 मिनट के लिए उबलते रहने दें। 15 मिनट के बाद मिश्रण को छान लें और पी लें। इस मिश्रण का इस्तेमाल रोज़ाना न करें क्योंकि इससे आपको हृदय की समस्या हो सकती है।
सिर्फ वेलेरियन जड़ की चाय को पीने से भी अपनी अनिंद्रा की समस्या दूर हो सकती है।
इसके अलावा आप आधा चम्मच वेलेरियन को पानी में मिलाकर पी सकते हैं। आप इस मिश्रण का सेवन पूरे दिन में तीन बार ज़रूर करें।
• मेथी का जूस
मेथी चिंता, अनिद्रा, और चक्कर आने की समस्या को दूर करती है।
कैसे करें इस्तेमाल –
दो चम्मच मेथी के पत्तों का जूस और एक चम्मच शहद को अच्छी तरह से मिला लें।
अब इस मिश्रण का सेवन रोज़ाना करें।
• गर्म पानी
गर्म दूध आपके दिमाग और शरीर को आराम देने में बेहद लाभकारी है। केले की तरह ही दूध में भी ट्रिपटोपॉन होता है जो नींद को बढ़ावा देने में मदद करता है।
कैसे करें इस्तेमाल –
एक कप में गर्म दूध में एक या आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को मिलाएं।
सोने से पहले इस मिश्रण को पी लें।
• केला
केले में पाए जाने वाले तत्व मांस-पेशियों को तनावमुक्त रखते हैं। इसमें मैग्निशियम और पोटैशियम मौजूद होते है और विटामिन बी 6 होता है। जो अच्छी नींद को बढ़ावा देने में सहायक होते हैं।
• कैमोमाइल
कैमोमाइल चाय अनिद्रा के लिए एक प्रसिद्ध प्राकृतिक घरेलू उपाय है। कैमोमाइल में एपिजेनिन नामक यौगिक पाया जाता है जो अनिंद्रा के लिए बेहद प्रभावी होता है। अच्छी नींद और थकान दूर करने के लिए एक कप कैमोमाइल चाय का आनंद लें।
कैमोमाइल चाय में दालचीनी की एक चुटकी और कुछ शहद की मात्रा भी मिला सकते हैं।
• जायफल
जायफल में बहुत ही प्रभावी गुण पाए जाते हैं। इसके इस्तेमाल से आपकी अनिंद्रा की समस्या खत्म होती है।
कैसे करें इस्तेमाल –
एक कप गर्म दूध में एक से आठ चम्मच जायफल पाउडर को मिलाएं।
अब इस मिश्रण को सोने से पहले पियें।
इसके अलावा आप किसी भी फलों के जूस में ताज़ी जायफल को मिला सकते हैं। अब इस मिश्रण का सेवन सोने से पहले करें।
आप एक और विकल्प अपना सकते हैं। सबसे पहले एक चम्मच आंवला के जूस में कुछ मात्रा में जायफल पाउडर डालें।
अब इस मिश्रण को पूरे दिन में तीन बार ज़रूर पियें। अनिंद्रा के अलावा यह अपच और अवसाद का भी इलाज करता है।
• जीरा
जीरा औषधीय गुणों के साथ आपके पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में मदद करता है। पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसका उपयोग नींद को प्रेरित करने के लिए किया गया है। जीरा तेल में कई प्रभाव देखे जाते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल –
एक क्रश केले में एक चम्मच जीरे पाउडर को मिलाये और सोने से पहले इस मिश्रण को खा लें। आपके पास जीरे का पाउडर नहीं है तो आप जीरे को भूनकर और फिर उसे पीसकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसके अलावा तनाव और थकान को दूर करने के लिए आप जीरे की चाय भी बना सकते हैं। जीरे की चाय तैयार करने के लिए एक चम्मच जीरे के बीज को पांच सेकेंड के लिए हल्की आंच पर गर्म कर लें।
अब जीरे को अलग रख दें। फिर एक कप पानी को गर्म करें और उसमे भुने हुए जीरे के बीज को मिक्स कर दें। अब गैस को बंद कर दें और ढक्कन से बर्तन को पांच मिनट के लिए कवर करके रखें। अंत में, सोने से पहले इस जीरा चाय को छान लें और फिर सोने से पहले पीए।
• केसर
केसर में कई तरह के गुण होते हैं जो अनिद्रा के इलाज में मदद करते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल –
दो चुटकी केसर को एक कप गर्म दूध में मिलाएं।
अब इस मिश्रण का सेवन रात को सोने से पहले करें।
• गर्म पानी से स्नान
आप सोने से दो घंटे पहले गर्म पानी से नहा सकते हैं। इससे आपकी अनिंद्रा की समस्या कम होगी। इससे आपके शरीर को आराम मिलेगा और तंत्रिका अंत को शांत करने में मदद मिलेगी।
इस उपाय को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए नींबू बाम, कैमोमाइल, रोजमेरी या लैवेंडर तेल की कुछ बूंदों को पानी में डालकर नहाएं।
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Disclaimer
हमारा प्रयास रहता है कि हम आपके लिए एक दम सटीक जानकारी लेकर आए और इसलिए हम तथ्यों और विशेषज्ञों के द्वारा बताई गई ही जानकारी आपके लिए लेकर आते है। हम सभी का शरीर अलग-अलग तरीके का है। इसलिए इसे भी नकारा नहीं जा सकता कि हर टिप्स आपके शरीर पर एक ही तरह से काम करेगी। इसलिए किसी भी टिप को अपनाने से पहले आप अपने डॉक्टर या फिर किसी विशेषज्ञ की राय जरूर लें। हमारा काम आपके लिए होम रेमेडी और फिटनेस टिप लेकर आना है लेकिन उन्हें ट्राई करने से पहले आपको भी उसकी पूरी पड़ताल करनी चाहिए और तभी इन टिप्स को इस्तेमाल में लाना चाहिए।