एक तरफ जहां कोरोना महामारी ने सभी की नाक में दम कर रखा है, वहीं एक राहत की खबर यह है कि कोरोना से लड़ाई के खिलाफ भारत एक कदम और आगे बढ़ गया क्योंकि देश में कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाए जाने की शुरूआत हो गई है।
अब इन सब के बीच यह डोज किसे लगाई जाएगी, इसका रजिस्ट्रेशन कैसे होगा और कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए होंगे यह बड़ा सवाल है। तो चिंता ना करें आज की अपनी पोस्ट में हम आपको आपके सभी सवालों का जवाब देंगे।
किसे लगेगी बूस्टर डोज ?
बता दें कि सरकार ने अभी फैसला लिया है कि बूस्टर डोज केवल हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 साल से ऊपर उन लोगों को लगाई जाएगी। जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है। गंभीर बीमारियों में डायबिटीज, कैंसर, किडनी की बीमारी, सांस से जुड़ी बीमारियां आदि शामिल है।
रजिस्ट्रेशन कैसे होगा
बूस्टर डोज को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह साफ किया है कि बूस्टर डोज के लिए किसी भी नए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी। पहले की दो डोज में जो रजिस्ट्रेशन था उसी के आधार पर बूस्टर डोज लगाई जाएगी। इसको ध्यान में रखते हुए कोविन ऐप में तीसरी डोज का फीचर भी जोड़ दिया गया है।
बूस्टर डोज के लिए आप या तो अप्वाइंटमेंट ले सकते हैं या फिर सीधा वैक्सीनेशन सेंटर जाकर बूस्टर डोज लगवा सकते है। इसके लिए किसी भी प्रकार के नए रजिस्ट्रेशन की कोई जरूरत नहीं है।
दोनों डोज और बूस्टर डोज के बीच कितना अंतर जरूरी
बूस्टर डोज के लिए एक तो आपका दोनों डोज लिए जाना बहुत जरूरी है और दोनों डोज और बूस्टर डोज के बीच कम से कम 9 महीने का अंतर होना चाहिए। तब ही आपको बूस्टर डोज लगाई जाएगी।
बूस्टर डोज में कौन सी वैक्सीन लगेगी
ऐसा नहीं है कि बूस्टर डोज में कोई अलग प्रकार की वैक्सीन का इस्तेमाल किया जाना है। बूस्टर डोज में आपको वहीं वैक्सीन लगेगी। जिसकी दो डोज आपको पहले लगाई जा चुकी है। जैसे कि अगर आपको दो डोज कोवैक्सीन की लगी है।
तो बूस्टर डोज भी आपको कोवैक्सीन का ही लगेगा आप किसी अन्य वैक्सीन का बूस्टर डोज नहीं लगवा सकते।
बूस्टर डोज के लिए कौन से डॉक्यूमेंट जरूरी
अगर आप बूस्टर डोज लगवाने के लिए जा रहे है। तो इसके लिए आपको वोटर आईडी, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या फिर कोई भी एक पहचान पत्र ले जाना जरूरी है। जिसकी मदद से यह पता किया जा सके कि आपको पहले कितनी और कौनसी डोज लगाई गई है।