IPL -2021 के खत्म होते ही T-20 वर्ल्ड कप की शुरूआत हो चुकी है। यह टूर्नामेंट संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और ओमान में खेला जा रहा है। आज से शुरू हुआ ये टूर्नामेंट 14 नवंबर तक चलेगा। क्रिकेट के इस महाकुंभ में कुल 16 टीमें 45 मैच खेलेंगी उसके बाद एक चैंपियन टीम मिलेगाी।
क्रिकेट के इस महासमर में सभी देशों के विस्फोटक खिलाड़ी मैदान पर उतरेंगे और ट्रॉफी जीतकर घर जाना चाहेंगे। आपको बता दें कि ICC ने अब तक छह बार इस टूर्नामेंट का आयोजन किया है और वेस्टइंडीज ने सबसे ज्यादा दो बार यह खिताब अपने नाम किया है। वहीं भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड और श्रीलंका ने एक-एक बार यह टूर्नामेंट जीता है। यहां जानें पिछले सभी वर्ल्डकप के विजेताओं के बारे में।
ICC T-20 वर्ल्डकप की शुरुआत साल 2007 में हुई थी। इसका आयोजन दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। T-20 वर्ल्डकप का सबसे पहला खिताब महेंन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने अपने नाम किया था। 2007 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया था। इस मैच में भारत ने पाकिस्तान को पांच रनों से हराकर ये खिताब अपने नाम किया था। इस मैच में गौतम गंभीर ने शानदार 75 रन बनाए थे। वहीं इरफान पठान ने 16 रन देकर तीन विकेट लिए थे और प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी जीता था। पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी ने इस टूर्नामेंट में 91 रन बनाए थे और 12 विकेट निकाले थे। उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था।
साल 2007 के बाद 2009 में हुए टूर्नामेंट में पाकिस्तान की टीम एक बार फिर फाइनल में जगह बनाने में सफल हुई थी। 2009 में हुए अगले संस्करण में साल में पाकिस्तान ने फाइनल मैच में श्रीलंका को आठ विकेट से हराकर टी-20 वर्ल्डकप की ट्रॉफी अपने नाम की थी। इस टूर्नामेंट का आयोजन इंग्लैंड में हुआ था। इस दौरान श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलसान ने कमाल की बल्लेबाजी की थी। उन्होंने 317 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीता था। वहीं फाइनल में शाहिद अफरीदी 54 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द मैच बने थे। अफरीदी ने इस मैच में एक विकेट भी लिया था।
इसके बाद साल 2010 में हुए टी-20 वर्ल्डकप इंग्लैंड ने जीता था। यह पहला मौका था, जब इंग्लैंड ने कोई ICC ट्रॉफी अपने नाम की हो। इंग्लैंड ने फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से हराकर यह खिताब अपने नाम किया था। फाइनल मैच में इंग्लैंड के विकेटकीपर क्रैग कीसवेटर ने 63 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी और प्लेयर ऑफ द मैच बने थे। वहीं, इंग्लैंड के केविन पीटरसन 248 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया था।
साल 2012 में वेस्टइंडीज की टीम चैंपियन बनी थी। वेस्टइंडीज ने श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मैच में 36 रन से बड़ी जीत दर्ज की थी। कैरिबियाई टीम के लिए मार्लन सैमुअल्स ने 78 रन बनाए थे और एक विकेट भी लिया था। इस प्रदर्शन की बदौलत उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। वहीं ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉटसन ने इस टूर्नामेंट में 249 रन बनाए थे और 11 विकेट लिए और उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था।
साल 2014 में हुए टी-20 वर्ल्डकप का आयोजन बांग्लादेश में हुआ था। इस टूर्नामेंट का खिताब श्रीलंका की टीम ने अपने नाम कीया था। 2014 का फाइनल श्रीलंका और भारत के बीच फाइनल मैच हुआ था। इस मैच में श्रीलंका ने भारत को छह विकेट से हराया था। श्रीलंका के लिए कुमार संगकारा ने 35 गेंदों में बेहतरीन 52 रन बनाए थे और प्लेयर ऑफ द मैच बने थे। वहीं, भारत की तरफ से विराट कोहली ने इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 319 रन बनाए थे और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीता था।
वहीं, साल 2016 में हुए मैच में वेस्टइंडीज ने एक बार फिर खिताब अपने नाम किया था। हर बार टी-20 वर्ल्डकप को एक नया चैंपियन मिला था। ह पहला मौका था, जब किसी टीम ने दूसरी बार टी-20 वर्ल्डकप जीता हो। फाइनल मैच में मार्लन सैमुअल्स ने नाबाद 85 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द मैच बने थे। वहीं, भारत के विराट कोहली ने इस टूर्नामेंट में 273 रन बनाए थे और एक विकेट लिया था। उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था।