कोरोना आया, लॉकडाउन लगा, लाखो की नौकरी चली गयी, हज़ारो के व्यापर बंद हो गए, न जाने कितने लोग सड़क पर आ गए। लेकिन इससे “हाउ टू अर्न मनी ऑनलाइन” “हाउ टू मेक मनी बाई फ़ोन” “हाउ टू मेक मनी सिटींग एट होम ” जैसे कीवर्ड की सर्च यकायक बढ़ गयी। लोग घर बैठे कमाने के तरीके ढूंढ़ने लग। लोगो की इस बेबसी का मल्टीलेवल मार्केटिंग के नाम पर चल रही कंपनी जमकर फायदा उठा रही हैं। घर बैठे लाखो करोड़ों कमाने का सपना चंद मिनटों में दिखा देती हैं। सपना भी ऐसा की समझो आप और मुकेश अम्बानी में बस कुछ करोड़ों का फर्क है, लेकिन क्या आपने सोचा है कि सुई से लेकर हल्दी धनिया नमक मिर्च तक बेच रहे अम्बानी अडानी आज तक एम एल एम में क्यों नहीं घुसे? कारण है विश्वसनीयता एवं फटेहाल कांसेप्ट।
क्या होता है एम एल एम का खेला ?
एम एल एम माने मल्टीलेवल मार्केटिंग, सादा भाषा में समझें तो आपको अपने आस पास के लोगो को जोड़कर नेटवर्क बनाने के लिए कहा जाता है जिसके एवज में अच्छी खासी रकम मिलने और ना जाने कितने तरह के हसीन सपने दिखाए जाते है | फिर आपसे कहा जायेगा की जिन लोगो को आपने जोड़ा है उनसे कहिए कि वो भी अपने आस पास, यार, जानकारों को जोड़कर यही प्रक्रिया दोहराएं | प्रथम दृष्ट्या ये बहुत आसान लगता है लेकिन फिर भी आज तक कोई भी कंपनी सफल नहीं हो पायी है |
Advertisement
जानना चाहते है क्यों?
इंडस्ट्री के जानकार कहते है एम एल एम एक हसीन धोखा है, जुड़ने से पहले आपको वीडियो, प्रेजेंटेशन, मोटिवेशन देने वाली किताबों के जरिये मानसिक रूप से तैयार किया जाता है, थोड़ा कुटिल विश्लेषण करें तो बिल्कुल ऐसे ही तैयार किया जाता है जैसे आतंकी संगठन आतंकियों को करते होंगे, माने मौत भी आ जाये तो गम नहीं |
कड़वा सच
एम एल एम से जुड़ा एक कड़वा सच ये भी है कि रोटी, रोजगार, तरक्की की खोज में निकले युवा इस खेल में फंस जाते हैं, शार्ट कट से पैसा कमाकर दौलत शोहरत विदेश यात्रा बड़ी गाडी और बंगले की चाहत का मुंगेरी लाल का हसीन सपना अक्सर युवाओं से उनका समय पैसा और उत्साह छीन ले जाता है |
हज़ारों कंपनी आयी लेकिन सब विफल
पिछले 20 साल में कई सौ कंपनी मार्किट में आयी कुछ ने प्रोडक्ट के सहारे नेटवर्क बनाने की कोशिश की तो कुछ अलग तरीके से पैसा फिराने की तरकीब लेकर आये किन्तु सब बिफल रही और सबकी बिफलता का सिर्फ एक कारण था, खोखले सपने और नेटवर्क बनाने के नाम पर बड़ी ठगी | खेल खुलते ही पैसा लेकर चम्पत |
हुए है हज़ारो करोड़ के घोटाले
बाइक बोट नाम की कंपनी मार्केट में आयी बाइक कैब का कांसेप्ट लेकर, खूब पॉपुलर हुई लोगो ने भर भर के पैसा और समय लगाया, नतीजा 10000 करोड़ से भी ज्यादा का घोटाला | ऐसे ही एक डिजिटल मार्केटिंग की कंपनी कुछ लिंक क्लिक के साथ एम एल एम में उतरी, लोगो ने पार्ट टाइम जॉब का अच्छा साधन समझ कर हाथों हाथ लिया और जमकर इन्वेस्ट किया आखिर में मिला क्या ? 36000 करोड़ का घोटाला |
वर्तमान में एम एल एम की कुछ बड़ी कंपनी
नेक्समनी और ONETO11 जैसी कुछ कंपनी अभी भी नेटवर्क मार्केटिंग में पेअर ज़माने की कोशिश कर रही बड़ी कंपनियों में शुमार है | नेक्समनी डिजिटल पेमेंट्स में डील करके कोशिश में है तो ONETO11 फैंटसी स्पोर्ट्स के दम पर मार्केट में पैर पसार रहा है, फैंटसी स्पोर्ट्स इस समय हॉट बिज़नेस है तो हो सकता है ONETO11 मार्किट बना ले लेकिन नेक्समनी का भविष्य वक़्त बतायेगा |
पाठकों के लिए सुझाव
ये लेख व्यक्तिगत अनुभव एवं मार्केट स्टडी के आधार पर लिखा गया है, आप अगर ऐसा कोई कदम उठाने जा रहे है तो खुद से १० बार नहीं १०० बार सोचिये की क्या सच में जो हसीन सपने पालने को आपसे कहा जा रहा है वो पूरा हो पायेगा या फिर आप समय और पैसा बर्बाद करके वापस वही आ खड़े होंगे जहाँ अभी हो |
ऐसी ही खबरों को सबसे पहले पढ़ने के लिए इस लिंक https://t.me/duniyakamood के द्वारा हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ें.