हिमाचल प्रदेश में बादल फटने के कारण लैंडस्लाइड हुआ है। वहीं पिछले 24 घंटों में भारी बारिश के कारण हुए लैंडस्लाइड, बाढ़ और बादल फटने आदि घटनाओं में करीब 22 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 6 लोग लापता है और 12 लोग घायल हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बिलासपुर, सिरमौर, कांगड़ा, चंबा और मंडी आदि जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। इन स्थानो पर अगले 5 दिनों में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। वहीं पूरे राज्य में अगले 12 घंटे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है और 24 अगस्त तक बाकी दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार के अनुसार भारी बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान कांगड़ा, मंडी और चंबा जिले में हुआ है। पिछले 24 घंटे में राज्य में मौसम की वजह 36 घटनाएं हुई हैं। मंडी में मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग और शोघी में शिमला-चंडीगढ़ राजमार्ग समेत 743 सड़कों को जलभराव के कारण आवाजाही बंद की गई है।
अकेले मंडी जिले में बाढ़ और भूस्खलन के कारण 13 लोगों की मौत हुई है। वहीं पांच लोग लापता हुए है. काशान गांव में एनडीआरएफ और पुलिस ने चार घंटे तक तलाशी अभियान चलाया है। जिसके बाद वहां से एक परिवार के आठ सदस्यों के शव घर के मलबे से निकाले गए है। भूस्खलन से यह मकान ढह गया था।
शुक्रवार रात को मंडी में मंडी-कटोला-पराशर मार्ग पर बाघी नाले में एक लड़की का शव बरामद हुआ है। इसके साथ-साथ बाढ़ में लड़की के परिवार के पांच सदस्यों के बह जाने की भी जानकारी मिली है। बादल फटने के बाद कई परिवारों ने बागी और पुराने कटोला क्षेत्रों में अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है।
Advertisement
वहीं शिमला के थियोग में एक वाहन पर पत्थर गिर गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई है। वहीं दो अन्य घायल हो गए है। चंबा के चौवारी के बनेत गांव में सुबह के साढ़े चार बजे भूस्खलन से मकान ढहने से 3 लोगों की मौत हो गई है।
ये भी पढ़े – उर्फी जावेद को मिली धमकी, सोशल मीडिया पर शेयर किया पोस्ट, कहा मैं डरने वाली नहीं ?