हिचकी रोकने के उपाय – जाने हिचकी आने के कारण और हिचकी रोकने के 14 घरेलू उपाय जो मिनटों में आपको दिलाते हैं इससे राहत!
नई दिल्ली: आमतौर पर हिचकी की समस्या हर व्यक्ति के साथ कभी ना कभी हुई होती है और कुछ समय में ही अपने आप ये ठीक भी हो जाती है। वहीं कई बार हिचकी हमें परेशान कर देती है। खासकर जब हम किसी के साथ मीटिंग में या किसी चीज को लेकर जरूरी बात कर रहे हों तो ये परेशान कर सकती है। आज हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू उपाय लेकर आए हैं जिनसे आप हिचकियों में आराम पा सकती हैं।
जब कभी हिचकी आती है तो लोग कहते हैं कि शायद कोई आपको याद कर रहा है, इसलिए हिचकी आ रही है। लेकिन वैज्ञानिक इससे अलग अपनी राय रखते हैं और इसके पीछे कई अन्य कारण बताते हैं तो चलिए हम आज आपको हिचकी आने के कारण और हिचकी रोकने के उपाय के बारे में बताते हैं।
हिचकी के कारण
हिचकी डायफ्राम के संकुचन के कारण होती है। डायफ्राम वह मांसपेशियां है, जो पेट से आपकी छाती को अलग करती है। यह सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यदि इसमें संकुचन या दबाव उत्पन्न होता है तो आपकी आवाज निकालने वाली नली अचानक बंद होकर ‘हिक्’ ध्वनि को उत्पन्न करता है। यही हिचकी कहलाती है। पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है। साथ ही हिचकी के लिए बहुत अधिक या बहुत जल्दी खाना, कार्बोनेटेड ड्रिंक, मसालेदार भोजन, तनाव, उत्तेजना, शराब, तापमान में त्वरित परिवर्तन आदि भी इसके कारण हो सकते हैं। हिचकी को रोकने के लिए घरेलू उपायों का इस्तेमाल किया जाना अच्छा होता है।
Advertisement
हिचकी रोकने के उपाय
- अपने डायाफ्राम को दबाएं
आपका डायाफ्राम आपके फेफड़ों को आपके पेट से अलग करता है। अपने हाथ का उपयोग करके अपने उरोस्थि (sternum) के ठीक नीचे के क्षेत्र पर थोड़ा दबाव डालें।
- बर्फ का पानी पिएं
बर्फ के पानी के धीरे-धीरे घूंट लेने से वेगस नर्व को उत्तेजित करने और आपको राहत प्रदान करने में मदद मिल सकती है।
- अपनी हथेली को स्क्वीज करें
अपने अंगूठे का उपयोग करते हुए, अपने दूसरे हाथ की हथेली पर दबाव डालें। सुनिश्चित करें कि दबाव बहुत अधिक या बहुत कम न हो।
- बर्फ के पानी के गरारे
हिचकी को रोकने के लिए, आप 30 सेकंड के लिए बर्फ के पानी से गरारे करने की कोशिश कर सकते हैं। अगर आपको एक बार ऐसा करने से राहत नहीं मिलती है, तो इसे दोबारा करें।
- एक चम्मच चीनी खाएं
चम्मच चीनी वास्तव में हिचकी से छुटकारा पाने में आपकी मदद कर सकती है। एक चम्मच चीनी लें, इसे चबाएं और इसके बाद एक गिलास पानी लें।
- नींबू चूसें
नींबू का एक छोटा सा टुकड़ा लें और उस पर थोड़ा नमक छिड़क लें। कुछ समय के लिए इसे चूसें, फिर अपने दांतों को साइट्रिक एसिड के प्रभाव से बचाने के लिए, अपने मुंह को सादे पानी से धो लें या सादे पानी से कुल्ला करें।
- शहद या पीनट बटर
अक्सर बच्चों में हिचकी आने एक आम बात है लेकिन आप चाहें तो इसे रोक सकते है। बच्चों में हिचकी आने पर एक चम्मच शहद या पीनट बटर खिलाएं।
- अदरक
अदरक का इस्तेमाल कई तरह की शरीर से जुड़ी समस्याओं में किया जाता है। अदरक के एक छोटे टुकड़े को लेकर धीरे-धीरे चबाने से हिचकी को रोका जा सकता है।
- ध्यान बटाना
हिचकी से ग्रस्त व्यक्ति को अचानक से चौकाने की कोशिश करें, या उसका ध्यान बाँटने की कोशिश करें।
- आंवले और मिश्री का प्रयोग
सोंठ, आंवले और पीपल के एक-एक ग्राम चूर्ण को मिलाकर मधु या मिश्री के साथ खाएं। इस घरेलू नुस्खे से हिचकी को रोका जा सकता है।
- पिप्पली और मिश्री
पिप्पली चूर्ण और पिसी हुई मिश्री मिलाकर हिचकी के रोगी को सूंघाने से हिचकी बंद हो जाती है।
- सोंठ और हरड़
सोंठ और बड़ी हरड़ को बराबर-बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बना लें। तीन ग्राम चूर्ण को पानी के साथ सेवन करने से हिचकी बंद हो जाती है।
- कुटकी और शहद
कुटकी के चूर्ण को 1-2 चुटकी की मात्रा में शहद के साथ मिलाकर दिन में 3-4 बार खाएं। इससे हिचकी से आराम मिलता है।
- हींग और मक्खन
1/4 चम्मच हींग पाउडर को 1/4 चम्मच मक्खन के साथ मिलाकर खाने से हिचकी का इलाज होता है। ये हिचकी रोकने के उपाय हैं।