अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पाः द राइज’ के आईपीएस अधिकारी भंवर सिंह शेखावत से तो आप भली भांति परिचित होंगे। जी हां हम बात कर रहे है दक्षिण के सुपरस्टार फहाद फासिल की, फहाद फासिल मलयालम सिनेमा के चर्चित अभिनेता हैं। इसके अलावा उन्होंने तेलुगू और तमिल सिनेमा में भी काम किया है।
फहाद फासिल दक्षिण सिनेमा के सबसे प्रतिभाशाली अभिनेताओं में से एक है। मुख्य रूप से उन्होंने मलयालम उद्योग में काम किया है, अपने प्रदर्शन और अभिनय कौशल के से अभिनेता दुनिया भर में एक प्रसिद्ध चेहरा है। उनकी कुछ सबसे लोकप्रिय फिल्में “सी यू सून, जोजी, कुंभलंगी नाइट्स और बैंगलोर डेज” हैं, उनका अभिनय इतना अचछा होता है कि जब वह ऑन-स्क्रीन हों तो हम पलकें न झपकाएं और जब वह ऑफ-स्क्रीन हो जाएं तो हम उनके बारे में सोचते रहें।
आज, जब फहद फ़ासिल अपना 40 वां जन्मदिन मना रहे हैं, क्या आप जानते हैं कि उनकी पहली फिल्म के लिए उनकी आलोचना की गई थी? केरल के आलप्पुषा में फहाद फासिल का जन्म 8 अगस्त 1982 को हुआ था। उनके पिता प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक-निर्माता हैं। फहाद फासिल को उनके पिता ने ही लॉन्च किया था।
19 साल की उम्र में पिता फ़ाज़िल द्वारा निर्देशित उनकी पहली फिल्म कैयथुम दूरथ के बाद फहद ने अभिनय से 7 साल का लंबा गैप लिया था।
अपनी पहली फिल्म की व्यावसायिक विफलता के बाद, फहाद फ़ासिल अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए यूएसए गए और 2009 में केरल कैफे के साथ एक प्रेरणादायक वापसी की। उन्होंने जल्द ही अपने शानदार अभिनय के लिए ध्यान आकर्षित किया और बैक-टू-बैक हिट देकर उद्योग में ए-लिस्टर बन गए।
इरफान खान से मिली प्रेरणा-
फहाद ने डेब्यू फिल्म फ्लॉप होने के बाद एक्टिंग छोड़कर पढ़ाई करने के लिए यूनाइटेड स्टेट चले गए। हालांकि, इस बीच दिवंगत अभिनेता इरफान खान को के कारण उनमें एक्टिंग की ललक फिर से जागी। दरअसल,पढ़ाई के दौरान फहाद ने फिल्म ‘यूं होता तो क्या होता’ देखी। इस फिल्म से उन्हें काफी प्रेरणा मिली। फहाद को इस फिल्म में अभिनेता इरफान खान का किरदार काफी पसंद आया था, जिसके बाद उन्होंने इरफान की कई फिल्में देखीं। जिसके बाद उन्होंने फिर से एक्टिंग की दुनिया में कमबैक किया।
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