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तीन दिन के दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जम्मू-कश्मीर की जनता से संवाद करने के लिए उत्सुक हूं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरान घाटी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
गृह मंत्री सोमवार (3 अक्टूबर) की शाम को जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं। वहां पहुंचने के बाद अमित शाह राजभवन में पांच समुदाय के लोगों से मिले हैं। इनमें गुर्जर, बकरवाल, पहाड़ी, सिख और राजपूत आदि समुदाय के लोग शामिल थे।
आपको बता दें कि मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह राजौरी की सभा में समुदाय को एसटी समुदाय में शामिल करने की घोषणा की जा सकती हैं। ये घोषणा बीजेपी के लिए गेम चेंजर साबित होगी। क्योंकि 10 विधानसभा सीटों पर पहाड़ी समुदाय प्रभाव डालते हैं।
पहाड़ी समुदाय के लोग एसटी समुदाय में शामिल करने की काफी दिनों से मांग कर रहे हैं। बीजेपी ने पहले ही इस मांग को पूरा करना कर दिया है। आपको बता दें कि पहाड़ी समुदाय के लोग जम्मू क्षेत्र के राजौरी और पुंछ में पाए जाते है. वहीं ये नॉर्थ कश्मीर के बारामुला में रहते हैं। अमित शाह अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान राजौरी में रैली करने वाले हैं।
इस रैली में पहाड़ी समुदाय को एसटी में शामिल करने को लेकर एलान किया जाएगा। हालांकि गुर्जर और बकरवाल इसका विरोध कर रहे हैं। वहीं जम्मू में गुर्जर और बकरवाल समुदाय के छात्रों ने इस फैसले के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी किया है।
गृहमंत्री के दौरे को लेकर बकरवाल और गुर्जर समिति के सदस्यों ने केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर के लोगों की भलाई के लिए काम करने की बात कही है। उन्होंने आगे कहा है कि पिछले 30 सालों में किसी भी केंद्र और राज्य सरकार ने इन मांगों पर ध्यान नहीं दिया है। हम लोगों को बीजेपी सरकार ने ही राजनीतिक आरक्षण दिया है और कश्मीर में वन अधिकार अधिनियम लागू किया है।
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