उत्तर प्रदेश में आपराधिक घटनाएं रुकने के बजाए दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। प्रदेश में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए है कि वो कहीं भी घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो जाते है। आम जनता तो क्या खुद पुलिस भी अब सुरक्षित नहीं है। जी हां आपने सही सुना, अब पुलिस भी सुरक्षित नहीं!
दरअसल यह घटना उत्तर प्रदेश के लखनऊ से सामने आई है, जहां एक महिला कांस्टेबल को खुद पर भद्दी टिप्पणी करने वाले एक युवक को रोकना भारी पड़ गया। आरोपी ने महिला कांस्टेबल के चेहरे पर रॉड से वार किया। महिला कांस्टेबल पर हमला कर जब आरोपी भागने लगा तो अलीगंज मोहल्ले के स्थानीय लोगों ने युवक का पीछा किया और पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। घटना बीते रविवार शाम की है।
समाचार एजेंसी IANS की रिपोर्ट की माने तो, आरोपी के पकड़े जाने के बात घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपी प्रभात कुमार पर पूर्व संध्या पर छेड़खानी, हत्या की कोशिश और एक लोक सेवक को ड्यूटी से रोकने के लिए स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने बताया कि, महिला कांस्टेबल पिंक पेटरोलिंग में ड्यूटी पर थी, जो लड़कियों/महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं को रोकने के लिए गठित एक विंग है। घटना के बाद खून से लथपथ हालत में महिला कांस्टेबल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने आरोपी की जानकारी साझा करते हुए बताया कि आरोपी एक वकील का बेटा है और महिला कांस्टेबल उसी मोहल्ले में किराए पर रहती है। घटना पर जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (ADCP), उत्तरी क्षेत्र, प्राची सिंह ने कहा कि, महिला कांस्टेबल पर उस वक्त हमला किया गया, जब वह पुलिस की वर्दी पहने इलाके में गश्त कर रही थी, इस दौरान बदमाश ने उसे देखते ही उस पर अभद्र टिप्पणी करनी शुरू कर दी। जिसके बाद इससे नाराज महिला कांस्टेबल ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी नाराज हो गया और उसने महिला कांस्टेबल पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि आरोपी से थाने में पूछताछ जारी है।