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शुक्रवार, नवम्बर 22, 2024
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विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी के लिए भाजपा ने कसी कमर, 13 मंत्रियों समेत 7 कैबिनेट मंत्रियों को सौंपा अलग-अलग राज्यों का जिम्मा, जानिए किसे क्या मिली जिम्मेदारी

साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए भाजपा ने अपनी तैयारियां तेज कर ली है और बुधवार को भाजपा ने अपने चुनाव प्रभारियों की नियुक्ति कर दी।
जिसमें भाजपा ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को उत्तर प्रदेश, जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पंजाब, वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को मणिपुर, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद पटेल को उत्तराखंड और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गोवा का प्रभारी नियुक्त किया है। यह जानकारी भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने विज्ञप्तियां जारी करते हुए दी है।

बता दें कि, उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए भाजपा ने धर्मेंद्र प्रधान के साथ केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे, अन्नपूर्णा देवी, अनुराग सिंह ठाकुर, अर्जुन राम मेघवाल के अलावा पार्टी महासचिव सरोज पांडे, हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को सह प्रभारी नियुक्त किया है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश के लिए भाजपा ने क्षेत्रवार छह संगठन प्रभारियों की भी नियुक्ति की है।

भाजपा ने लोकसभा के सदस्य संजय भाटिया को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार के विधायक संजीव चौरसिया को बृज क्षेत्र, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सत्या कुमार को अवध क्षेत्र, राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष सुधीर गुप्ता को कानपुर क्षेत्र, राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन को गोरखपुर और उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी सुनील ओझा को काशी क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी है।

वहीं अगर बात पंजाब राज्य की करें तो विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने गजेंद्र सिंह शेखावत को राज्य का प्रभारी बनाया है। इतना ही नहीं पंजाब में गजेंद्र सिंह शेखावत के सहयोग के लिए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, लोकसभा के सांसद विनोद चावड़ा और मीनाक्षी लेखी को सह प्रभारी के तौर पर नियुक्त किया गया है।

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गौरतलब है कि, पंजाब में भाजपा को तीन कृषि कानूनों को लेकर सबसे अधिक विरोध का सामना करना पड़ रहा है और इसलिए पंजाब में भाजपा को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। पंजाब में भाजपा का मुकाबला सत्तारूढ़ कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और शिरोमणि अकाली दल-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन के साथ है और इसलिए भाजपा एक मजबूत ताकत के रूप में उभरने के लिए सभी मुमकिन प्रयास कर रही है।

बता दें कि पंजाब में भाजपा का शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन हुआ करता था लेकिन तीन कृषि कानूनों के विरोध को देखते हुए अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था और शिअद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से भी अलग हो गया जिसके चलते इसबार भाजपा एक लंबे अरसे के बाद पंजाब विधानसभा चुनावों में अकेले मैदान में उतर रही है।

बता दें कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को प्रभारी के रूप में उत्तराखंड की जिम्मेदारी सौंपी गई है तो वहीं पश्चिम बंगाल की सांसद लॉकेट चटर्जी और राष्ट्रीय प्रवक्ता आर पी सिंह को उत्तराखंड में सह प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया है। इससे पहले उत्तराखंड में भाजपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस से होता आया है लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी भी चुनावी मैदान में नजर आएगी।

इसी बीच मणिपुर का जिम्मा प्रभारी के रूप में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के पास है जबकि केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक और असम सरकार के मंत्री अशोक सिंघल को यहां का सह प्रभारी बनाया गया है।

वहीं अगर गोवा की बात करें तो यहां प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को दी गई है और केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी और केंद्रीय रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश को यहां के लिए सह प्रभारी नियुक्त किया गया है।

बताते चलें कि, इस बार चुनावी मौसम वर्ष 2022 की शुरुआत में ही देखने को मिलेगा, साल 2022 की शुरुआत उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होने वाले चुनावों से होगी।

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