हिचकी आना एक आम बात है। कई लोग कहते हैं कि अगर आपको हिचकी हो रही है तो मतलब आपको कोई याद कर रहा है। हिचकी आना एक समस्या है। हिचकी कभी भी कहीं भी आ जाती है लेकिन कभी-कभी ये छोटी सी दिखने वाली हिचकी आपके लिए मुसीबत भी बन सकती है। बार-बार हिचकी आने की कई वजह होती है। इसका एक कारण है तनाव लेना। इसके अलावा और भी कई बड़े कारण होते हैं जैसे- निमोनिया, मस्तिष्क व पेट का ट्यूमर, पार्किसन, डायबिटीज और किडनी की बीमारी शामिल हैं। हिचकी रोकने के लिए अलग-अलग उपाय करते हैं। कोई पानी पीता है, कोई उलटे पांव चलता है, तो कोई कुछ और पैतरे आजमाता है। लेकिन कभी-कभी ये उपाय कारगर साबित नहीं होते हैं। हिचकी अक्सर मिनटों में गायब हो जाती है लेकिन कभी-कभी बात करते वक्त या खाना खाते वक्त अचानक हिचकी आ जाती है। इससे काफी परेशानी हो सकती है। ऐसे में आज हम आपको कुछ आसान उपायों के बारे में बताएंगे जो आपको हिचकी से तुरंत आराम पहुंचाने में मदद करता है।
हिचकी तब आती है जब डायफ्राम की मसल्स अचानक सिकुड़ जाती हैं और आप इसे नियंत्रित नहीं कर पाते हैं। इसके बंद करने के कई उपाय होते हैं।
पानी पीना
यह एक पुरानी तरकीब है, बिना रुके धीरे-धीरे एक गिलास पानी पीने से हिचकी बंद हो जाती है। इससे जल्दी हिचकी रुक जाती है। इसके अलावा बिना रुके सात घुंट पानी पीने से भी हिंचकी रुक जाती है।
सांस को रोकना
इसके अलावा अपनी सांस को रोकने से भी हिंचकी रुक जाती है। इससे तुरंत हिचकी बंद हो जाती है। यह हिचकी रोकने का सबसे आसान तरीका है। कुछ सेकेंड के लिए अपनी सांस रोककर रखने से आपके शरीर में कुछ कार्बन डाइऑक्साइड प्रभावी रूप से बना रहता है। यह डायाफ्राम में ऐंठन को कम करने में मदद करता है, जिससे हिचकी को रोका जा सकता है।
एक चम्मच चीनी खाएं
यह सबसे कारगार नुस्खा है। लगभग आधा चम्मच चीनी लेकर जीभ के पिछले हिस्से के दूर सिरे पर रखें। दानेदार चीनी को अपनी जीभ पर करीब 5 से 10 सेकेंड तक रखने के से हिंचकी रुक जाती है। इसके बाद इसे गले निगल लें। यह तरीका आपके सांस लेने के तरीके को बदल सकता है जो ऐंठन को रोक सकता है।
बर्फ के पानी से गरारे
30 सेकेंड के लिए बर्फ के पानी से गरारे करने से हचकी रुक सकती है।
जीभ को धीरे से खींचे
यह सबसे कारगार ट्रिक में से एक है। इसके लिए एक या दो बार अपनी जीभ को धीरे से खींचे। जीभ पर खींचने से गले की मसल्स और तंत्रिकाएं उत्तेजित होंगी।
एक पेपर बैग में सांस लें
एक पेपर बैग को अपने मुंह पर रखें और इसके साथ अपनी नाक को भी ढक लें। अब सांस अंदर और बाहर करते हुए पेपर बैग को धीरे-धीरे फुलाएं। लेकिन ऐसा करते समय प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल न करें।
घुटनों को गले से लगाएं
घुटनों को गले से लगाना सबसे आसान तरीका होता है। किसी आरामदायक जगह पर बैठकर अपने घुटनों को अपनी चेस्ट पर लाएं और उन्हें दो से तीन मिनट के लिए वहीं रखें।
इसके अलावा हिचकी को रोकने के लिए धीरे-धीरे खाना खाना चाहिए। इससे कई बीमारियां भी होती हैं। इसलिए हिचकी को रोकने के लिए अल्कोहल का सेवन कम करें। मसालेदार खाना खाने से भी हिचकी बहुत ज्यादा आती है। इन सभी उपायों से हिचकी से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।