आज पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए तीनों विवादित कृषि कानून को वापस लेने का ऐलान किया है लेकिन बावजूद इसके भी पीएम मोदी पुनः एक बार विपक्ष के निशाने पर आ गए है। इस दौरान राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा है।
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!”
वहीं, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने अपने ट्वीट में कहा कि, “तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा लोकतंत्र की जीत एवं मोदी सरकार के अहंकार की हार है। यह पिछले एक साल से आंदोलनरत किसानों के धैर्य की जीत है। देश कभी नहीं भूल सकता कि मोदी सरकार की अदूरदर्शिता एवं अभिमान के कारण सैकड़ों किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।”
अशोक गहलोत ने अपने ट्वीट में आगे कहा कि, “मैं किसान आंदोलन में शहादत देने वाले सभी किसानों को नमन करता हूं। यह उनके बलिदान की जीत है।”
बता दें कि, पीएम मोदी ने देश को अपने संबोधन में कहा कि, ”आज मैं आपको, पूरे देश को, ये बताने आया हूँ कि हमने तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया है। इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि क़ानूनों को रद्द करने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर देंगे।”
बताते चलें कि, आगामी 26 नवंबर को किसान आंदोलन को एक साल पूरा होने जा रहा है, किसानों को कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही थी लेकिन अब आखिरकार केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों के आंदोलन के सामने घुटने टेक दिए।
केंद्र सरकार के इस फैसले को राजनीतिक दृष्टि से देखने की जरूरत है। अगले साल की शुरुआत में ही पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिनमें कृषि प्रधान राज्य पंजाब और उत्तर प्रदेश भी शामिल हैं। इन दोनों राज्यों के किसान बीते करीब साल भर से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं।