नई दिल्ली: फेसबुक अब अपने प्लेटफॉर्म पर उत्पीड़न को लेकर कड़े कदम उठाने जा रहा है। कंपनी ने बुधवार यानी 13 अक्टूबर को अपनी नई पॉलिसी जारी की है। इसके तहत यदि कोई यूजर पब्लिक फिगर जैसे सेलिब्रिटी, पॉलिटिशियन, क्रिकेटर और पत्रकार को टारगेट करता है तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। इसमें यूजर की प्रोफाइल, पेज, ग्रुप या इवेंट को हमेशा के लिए हटा दिया जाएगा।
अक्सर देखा जाता है कि सोशल मीडिया पर कई यूजर्स बॉलीवुड स्टार, क्रिकेटर और पॉलिटिशियन के मीम्स बनाकर शेयर कर देते हैं। अब इस तरह का मजाक उड़ाना लोगों पर भारी पड़ सकता है।
फेसबुक के ग्लोबल सेफ्टी हेड एंटीगोन डेविस ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि लोगों की छवि खराब करने और ऑनलाइन उत्पीड़न करने वाले यूजर से सख्ती से निपटा जाएगा। कंपनी ने पॉलिसी में बदलाव करके पब्लिक फिगर और इंडिविजुअल के बीच फर्क को हाइलाइट किया है, ताकि अभिव्यक्ति की आजादी को सही तरीके से लागू किया जा सके।
खबरों के मुताबिक, फेसबुक सामूहिक तौर पर लोगों को टारगेट करने वाले पोस्ट को हटाएगा। साथ ही इनबॉक्स में डायरेक्ट मैसेज भेजने के नियमों में भी बदलाव किया जाएगा। कंपनी प्रोफाइल और पोस्ट पर कमेंट को सिक्योर बनाएगी। फेसबुक का कहना है कि सेलिब्रिटी और नामी लोगों की लिस्ट बनाएगी, जिससे उन्हें ऑनलाइन उत्पीड़न से बचाया जा सके।
फेसबुक का पॉलिसी अपडेट उसकी पूर्व कर्मचारी फ्रांसेस हौगेन के खुलासे के बाद आया है। हौगेन के खुलासे को टाइम मैगजीन ने भी पब्लिश किया था। इसमें बताया गया कि फेसबुक ने सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं और नफरत फैलाने वाली पोस्ट के खिलाफ लड़ने वाली टीम के सभी मेंबर्स को अलग-थलग कर दिया है। फेसबुक ने दिसंबर 2020 में इस टीम को हटा दिया था। हौगेन ने ये भी कहा कि कंपनी ने अपने उस इंटरनल सर्वे को भी छिपाया, जिसमें खुलासा हुआ था कि कैसे इंस्टाग्राम ऐल्गोरिद्म युवाओं के दिमाग पर निगेटिव असर डाल रहा है।
फेसबुक ने 1,259 अकाउंट, पेज और ग्रुप को बैन कर दिया है, जो पब्लिक डिबेट में प्लान कर हेरफेर करते हैं। फेसबुक ने ईरान में 93 अकाउंट, 14 पेज, 15 ग्रुप और 194 इंस्टाग्राम अकाउंट हटा दिए हैं। ये मुख्य रूप से घरेलू यूजर्स को टारगेट करते थे। इसी महीने फेसबुक ने सूडान और ईरान में भी एक्शन लिया है। सूडान में फेसबुक ने 116 पेज, 666 अकाउंट, 69 ग्रुप और 92 इंस्टाग्राम अकाउंट हटाए हैं।