नई दिल्ली: ब्लड प्रेशर की वजह से हर साल देश में लगभग 16 लाख से ज्यादा मौतें हो जाती हैं। ब्लड प्रेशर की समस्या लगातार बनी रहने के कारण मस्तिष्क, दिल और किडनी जैसे अंग बुरी तरह प्रभावित होते हैं। तनाव, संक्रमण, कुछ दवाइयां और यहां तक कि पानी की कमी के कारण भी ब्लड प्रेशर गड़बड़ हो सकता है।
क्या है ब्लड प्रेशर!
हृदय द्वारा ब्लड को पंप करने के दौरान रक्त वाहिकाओं पर पड़ने वाले दबाव को ही ब्लड प्रेशर कहते हैं। ब्लड प्रेशर का सामान्य स्तर 120/80 यानी ब्लड प्रेशर का ऊपरी नंबर 120 और निचला नंबर 80 होना चाहिए।
योग से करें ब्लड प्रेशर कंट्रोल!
सेतुबंध आसन घुटने के पीछे पाई जाने वाली मांसपेशी (हैमस्ट्रिंग), पेट और आंतों पर प्रभाव डालता है। इससे ब्लड फ्लो सुधरता है। तनाव कम करने में मदद मिलती है। हाई ब्लड प्रेशर सुधरता है।
लो ब्लड प्रेशर से जूझ रहे हैं तो मत्स्यासन करें। इसके लिए पद्मासन में बैठकर सांस लेते हुए पीठ को पीछे की तरफ ले जाएं, सिर को जमीन से टच करें। यह आसन पीठ और कंधों की मांसपेशियों में खिंचाव लाकर पूरे शरीर में ब्लड फ्लो को बेहतर करता है, जिससे लो ब्लड प्रेशर में सुधार होता है।
एक्स ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में कारगर
अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के मुताबिक अगर सप्ताह में तीन से चार दिन 40 मिनट तक मध्यम से तेज गति में साइकिलिंग की जाए तो 10 पॉइंट तक ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है। ऐसे ही 30 मिनट तक रस्सीकूद भी ब्लड प्रेशर 8 से 10 पॉइंट तक कम कर सकती है। सप्ताह में पांच दिन 30 से 40 मिनट मध्यम गति के साथ वॉक किया जाए तो लो ब्लड प्रेशर को संतुलित किया जा सकता है
वहीं सीडीसी के अनुसार सप्ताह में 5 दिन भी यदि 30 मिनट रोज के हिसाब से एक्सरसाइज की जाए तो 8 पॉइंट तक ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। इसके लिए वॉक, साइकिलिंग और रस्सीकूद भी कारगर हो सकते हैं।
इन 4 फलों से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करें!
चुकंदर: 250 ग्राम चुकंदर खाने से 7 पॉइंट तक बीपी घटा सकते है। इससे धमनियों को आराम मिलता है और वे खुलने लगती हैं। नतीजा ब्लड प्रेशर सामान्य होने लगता है।
अनानास: अनानास में पोटेशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। एक कप लगभग 240 मिली जूस में मात्र 1 मिली सोडियम और 195 मिली पोटेशियम होता है। पोटेशियम हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है।
मुलेठी की चाय: मुलेठी कार्टिसोल को तोड़ने वाले एंजाइम को नियंत्रित करती है। इसके साथ ही एड्रेनलीन के काम करने के तरीके को बैलेंस करती है।
गाजर: गाजर का जूस हार्ट और किडनी में ब्लड फ्लो बेहतर होता है जिससे लो ब्लड प्रेशर की समस्या घटती है।