नई दिल्ली: कई घरों में आपसी तालमेल अच्छा होने के बावजूद भी कलह-क्लेश का महौल सदैव बना ही रहता है। धार्मिक मान्यता है कि घर की कलह के लिए ग्रह और वास्तु दोष जिम्मेदार होते हैं। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको इनके कारण और उपायों से रूबरू करवाएंगे।
यदि सुबह-सुबह आपके घर में क्लेश शुरू होता है तो इसके पीछे मान्यता है कि इसके दो मुख्य कारण हो सकते हैं एक तो पीड़ित ग्रह और दूसरा पित्र दोष। तीसरा कारण घर मे वास्तुदोष का होना भी हो सकता है, जैसे घर के ठीक सामने कोई गंदगी का ढेर हो या घर के उत्तर पूर्व में टॉयलेट का होना, घर के मंदिर में साफ सफाई न होना तथा कुंडली मे सूर्य का पापी ग्रहों से पीड़ित होना।
मंदिर को साफ रखें व धूप जलाएं
रोज सुबह होने वाले झगड़ों से बचने के लिए घर के मंदिर को साफ रखें और हर रोज मन्दिर में धूप दीप जलाएं। सुबह के समय भगवान गणपति के किसी भी स्तोत्र का पाठ करें। सुबह साफ सुथरे कपड़े ही पहने।
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सूर्य को तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं
इसी तरह अगर दोपहर में आपके घर में ग्रह कलेश होते हैं तो इसके लिए भी ग्रह जिम्मेदार हैं। आपकी जन्मपत्रिका में सूर्य नीच अवस्था में हो या सूर्य राहु या सूर्य केतु की युति हो या फिर सूर्य शनि का एक साथ होना। आपकी जन्मपत्रिका के चौथे भाव में पापी ग्रह जैसे शनि मंगल राहु हों। इससे बचने के लिए प्रतिदिन सूर्य को सुबह के समय तांबे के लोटे से जल में शक्कर डालकर अर्घ्य दें। लाल आसन पर बैठकर 108 बार गायत्री मंत्र का जाप रुदाक्ष की माला से करें।
अमावस्या पर कुछ दान करें
इसी तरह घर में शाम के समय क्लेश का मुख्य कारण पित्र दोष और गंदगी होता है। घर के सोने के कमरे में गंदगी होने और सारा सामान कपड़े आदि इधर-उधर बिखरे रहने से शाम के समय क्लेश होता है। यदि आप पितरों के लिए हर अमावस्या पर कुछ दान नहीं करते हैं तो भी शाम के समय क्लेश निश्चित है।
मेन गेट पर तिल के तेल का दिया जलाएं
शाम के समय होने वाले क्लेश से बचने के लिए रोज शाम को घर के मेन गेट पर तिल के तेल का एक दिया जरूर जलाएं। हर अमावस्या पर पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल या तिल के तेल का दीया जरूर जलाएं। घर का बना हुआ खाना अमावस्या पर जरूरतमंद लोगों को जरूर बांटें। घर में शाम के समय किसी भी कमरे में अंधेरा ना रखें।
प्रतिदिन घर में शाम के समय गूगल लोबान की धूनी दें
घर में रात के समय क्लेश का मुख्य कारण शनि ग्रह और जन्म पत्रिका का चौथा भाव होता है।जन्मपत्रिका में यदि शनि मेष राशि में है और चतुर्थ भाव में पापी ग्रह विद्यमान है। इससे बचने के लिए आप प्रतिदिन घर में शाम के समय गूगल लोबान की धूनी दें।रात में सोने से पहले अपने कमरे में देसी कपूर अवश्य जलाएं। रात में सोने के कमरे में पानी ना रखें।