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मंगलवार, नवम्बर 5, 2024
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पौष पूर्णिमा को करें यह उपाय, माँ लक्ष्मी की बरसेगी कृपा, जानिए कब है शुभ तिथि और मुहूर्त ?

हिंदी पंचांग में वर्ष में आने वाले हर महीने में शुक्ल पक्ष के दिन जो चतुर्दशी होती है उसके अगले दिन पूर्णिमा मनाई जाती है और इस महीने में यह शुभ तिथि 17 जनवरी को पड़ रही है। ऐसा माना जाता है कि पौष पूर्णिमा को किए जाने वाले पूजा, जप, तप और दान से कई गुना फल प्राप्त होता है।

इतना ही नहीं अगर पौष पूर्णिमा की रात के समय माँ लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। तो इससे माँ लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती है और घर में कभी भी धन की कमी नहीं आती। इसके अलावा आप पौष पूर्णिमा के दिन कुछ ज्योतिष उपाय भी कर सकते है।

पौष पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण भगवान की कथा सुनने, चंद्रमा की पूजा करने, पूर्णिमा का व्रत रखने और स्नान करने से कई गुना अधिक पुण्य प्राप्त होता है। तो आइए आज की पोस्ट में जानते है कि आप अपने घर में धन वर्षा के लिए किन-किन उपायों को कर सकते है।

Table of Contents

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पौष पूर्णिमा के उपाय

पौष पूर्णिमा की रात में माँ लक्ष्मी की पूजा को शुरू करने से पहले माँ लक्ष्मी को कमल का फूल या फिर लाल गुलाब अर्पित करना चाहिए। इसके बाद माँ लक्ष्मी को कमलगट्टा, सफेद बर्फी या कोई भी अन्य सफेद मिठाई, खीर आदि चढ़ाने चाहिए। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती है।

11 कौड़ियां करें अर्पित

पौष पूर्णिमा की रात को की जाने वाली पूजा में माँ लक्ष्मी की पूजा के बाद 11 कौड़ियां अर्पित करनी चाहिए। माँ लक्ष्मी को कौड़िया अर्पित करने के दौरान उन कौड़ियों पर हल्दी लगा दें। इसके बाद सुबह उठकर उन कौड़ियों को एक कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी के स्थान पर रख दें। इससे उस घर की तिजोरी हमेशा भरी रहती है।

कनकधारा स्तोत्र का करें पाठ

पौष पूर्णिमा की रात में माँ लक्ष्मी की पूजा के दौरान कनकधारा स्तोत्र का पाठ भी करें, ऐसा कहा जाता है कि इस दिन कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने से माँ लक्ष्मी बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाती है।

चंद्र दोष के उपाय

अगर किसी की कुंडली में चंद्र दोष हो। तो उस व्यक्ति को पूर्णिमा का व्रत रखना चाहिए और विधि-विधान के साथ चंद्रमा की पूजा करनी चाहिए। इस पौष पूर्णिमा के दिन बहुत अच्छा संयोग बना हुआ है।

क्योंकि इस बार सोमवार के दिन पौष पूर्णिमा पड़ रही है और अगर इस पौष पूर्णिमा के दिन मंदिर में जाकर शिव जी को जल अर्पित करने के साथ उनकी पूजा की जाए। तो इससे भी चंद्र दोष दूर होता है।

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