नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में COVID19 के समय से ही देरी से चल रही E-Health Card वितरण का इंतजार बहुत जल्द खत्म होने वाला है। दिल्ली सरकार ने इस योजना के लिए बजट में 160 करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया है। ई-हेल्थ कार्ड नि:शुल्क होगा। खबरों के मुताबिक, इसी वर्ष सितंबर महीने से वितरण की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
जानकारी के अनुसार, पहले चरण में दिल्ली में एक साल के लिए अस्थायी E-Health Card जारी होंगे। घर-घर सर्वे के बाद लोगों को स्थायी QR Code आधारित PVC Health Card बनाकर उनके घर पर एक किट पहुंचाया जाएगा। इसमें व्यक्ति की पूरी मेडिकल हिस्ट्री होगी। वह इस हेल्थ कार्ड की मदद से HIMS से जुड़े किसी भी अस्पताल में इलाज करा सकेगा।
आपको बता दें कि E-Health Card बनवाने के लिए आपको किसी अस्पताल या दफ्तर के चक्कर काटने के जरुरत नहीं होगी। राज्य सरकार सर्वे कराएगी, जिससे सभी का हेल्थ कार्ड बनाया जा सके। अस्पतालों और अन्य निर्धारित स्थानों पर भी हेल्थ कार्ड बनाए जाएंगे। घर-घर सत्यापन कर हेल्थ कार्ड वितरित किए जाएंगे। हेल्थ कार्ड में व्यक्ति की पूरी मेडिकल हिस्ट्री (बीमारी से संबंधित जानकारी) होगी।
E-Health Card के फायदे
- बीमारियों से संबंधित जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध होगी।
- नागरिक किसी भी अस्पताल में जाएंगे तो एचआईएमएस के जरिए पिछले इलाज की जानकारी मिल जाएगी।
- किस इलाके में कौन बीमारी है, उसका अध्ययन कर स्वास्थ्य प्रणाली में बदलाव हो सकेगा।
- अस्पतालों में इलाज कराने के लिए सीधे संबंधित डॉक्टर के पास जा सकेंगे।
- ई-हेल्थ कार्ड में योजनाओं के हिसाब से उसकी पात्रता को ध्यान में रखकर इलाज मिलेगा।
- ई-हेल्थ कार्ड के लिए मतदाता पहचान पत्र होगा अनिवार्य
बता दें, E-Health Card बनवाने के लिए दिल्ली के निवासियों को मतदाता पहचान पत्र और जनसंख्या रजिस्टर कार्ड के आधार पर QR Code आधारित ई-हेल्थ कार्ड जारी किया जाएगा। यह सुविधा 18 साल व उससे अधिक उम्र वालों के लिए होगा। वहीं अगर उम्र एक से 17 साल के बीच है तो उसका कार्ड अभिभावक के कार्ड से लिंक किया जाएगा। नवजात (एक साल से कम उम्र) का उसके मां के कार्ड के साथ ही लिंक किया जाएगा। कार्ड बनने के बाद उसे सीधे बताए गए पते पर भेजा जाएगा।
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