देश का ये संसद भवन जल्द ही इतिहास की बात बन जायेगा. क्योंकि देश को जल्द ही नया संसद भवन मिलने वाला है. अंग्रेजों के जमाने में बने पार्लियामेंट हाउस को अब नये संसद भवन में शिफ्ट कर दिया जायेगा. बता दें कि सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन के शीर्ष पर लगने वाले राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ का अनावरण किया. ये अशोक स्तंभ कांसे की धातु से बना हुआ है और इसका वजन 9,500 किलोग्राम है और इसकी ऊंचाई 6.5 मीटर है।
इस स्तंभ के निर्माण में करीब दो हजार से ज्यादा कर्मचारियों ने काम किया है . ये संसद भवन वर्तमान संसद न के पास ही बना है. इस भवन में 1224 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी. 1200 करोड़ की लागत से बन रही ये इमारत भूकंपीय क्षेत्र 5 के मानदंडों के तहत बनाई जा रही है. इस भवन का निर्माण दिसंबर 2022 तक पूरा कर लेने की योजना है। बताया जा रहा है कि यह नया संसद भवन शीतकालीन सत्र के दौरान बनकर पूरी तरह तैयार हो जाएगा।
आज प्रधानमंत्री मोदी ने यहां चल रहे निर्माण कार्य के एक हिस्से में खास पूजा अर्चना भी की. पूजा अर्चना के बाद पीएम मोदी ने यहां काम कर रहे मजदूरों और अन्य कर्मचारियों से मुलाकात की . पीम मोदी ने कर्मचारियों से यह भी पूछा कि उन्हें राशन सही से मिल रहा है कि नहीं और क्या उन्होने कोविड वैक्सिनेशन करा ली ?
जिस समय पीएम मजदूरों से बात कर रहे थे, वो दृश्य बेहद दिलचस्प था. पीएम ने एक मजदूर से पूछा कि आपने वैकिसनेशन का दोनो डोज लिया ? तो मजदूर ने कहा कि उसने तो बूस्टर भी ले लिया है, इस पर पीएम ने कहा आरे वाह आप तो बड़े चालू निकले।
फिर बातचीत भवन के निर्माण पर आई. पीएम ने मजदूरों से पूछा कि उन्हें पता है कि ये क्या बन रहा है, इस पर मजदूरों ने कहा कि हां उन्हे पता है कि ये ऐतिसहासिक भवन बन रहे है.
इस बीच एक मजदूर ने कहा कि वो अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं क्योंकि खुद प्रधानमंत्री उनकी कुटिया में काम देखने आये हैं, जिसपर प्रधानमंत्री ने कहा, कुटिया.. ये आपके लिए कुटिया है?
फिर पीएम ने खुद कहा कि आपने सही कहा-ये भवन ऐसा बनना चाहिये कि देश के हर व्यक्ति को लगे कि ये उसकी कुटिया है।