नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हर साल की तरह इस बार भी पड़ोसी राज्यों द्वारा पराली जलाने के कारण यहां की हवा जहरीली हो गई है। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली जलने और रेगिस्तानी इलाकों से आने वाली धूल कणों के कारण शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में हवा जहरीली हो गई, इस कारण लोगों को सांस सबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शनिवार को दिल्ली- एनसीआर में वायु प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर यानी ‘रेड जोन’ में पहुंच गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के ऐप के अनुसार शनिवार को दिल्ली के पटपड़गंज में 348 एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में 337, गाजियाबाद में 324 रहा, नोएडा का एक्यूआई 283 बल्लभ गढ़ में एक्यूआई 245, फरीदाबाद में 243 औैर गुरुग्राम में 293 एक्यूआई दर्ज किया गया।
वहीं DPCC के अधिकारियों के अनुसार इस प्रदूषण का मुख्य कारण पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली, गाड़ियों से निकलने वाला काला धुआं, निर्माण कार्यों के कारण उड़ने वाले पीएम कणों, सड़कों पर फैली धूल, उद्योगों से होने वाले उत्सर्जन और रेगिस्तानी क्षेत्रों से आने वाले धूल कण प्रदूषण के कुछ मुख्य कारक हैं।
शनिवार को दिल्ली एनसीआर का सबसे प्रदूषित क्षेत्र डीपीसीसी के अनुसार पटपड़गंज रहा। पटपड़गंज में सबसे अधिक एक्यूआई 348 दर्ज की गई जो बेहद खराब प्रदूषण की श्रेणी में आता है। इसके बाद आनंद विहार में 345, मथुरा रोड 338, नेहरू नगर 330,मेजर ध्यानचंद स्टेडियम 298, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम 303, गोकुलपुरी 282, ओखला फेज 2 में 317, इवहास शाहदरा 303, चांदनी चौक 294, सीरी फोर्ट में 308, मंदिर मार्ग 291, डा. कर्ण सिंह शुटिंग रेंज 311, सोनिया विहार 318, नार्थ कैंपस 295 औैर आईएमडी के अनुसार नोएडा सैक्टर 62 में 333,सेक्टर 125में एक्यू आई का स्तर 319 दर्ज किया गया।
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