आज सोशल मीडिया हमारी जरूरत का हिस्सा बन गया है और सोशल मीडिया ने कई हद तक लोगों का जीवन आसान भी बना दिया है।
आज सोशल मीडिया के इस दौर में एक तरफ जहां लोग अपने बिजनेस को आगे बढ़ने के लिए सोशल मीडिया का भरपूर इस्तेमाल कर रहे है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो सोशल मीडिया के माध्यम से अपराधों को अंजाम देने में लगे हुए है।
ऐसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के कानपुर से सामने आई है, जहां कानपुर क्राइम ब्रांच पुलिस ने अश्लील वीडियो बनाकर लड़कियों को ब्लैकमेल करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस को आरोपी के मोबाइल फोन से करीब 65 लड़कियों के अश्लील वीडियो बरामद हुए है।
बता दें कि एक पीड़िता ने 7 अगस्त को इस मामले को लेकर कल्याणपुर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
समाचार एजेंसी आईएएनएस की एक रिपोर्ट के अनुसार, डीसीपी (अपराध) सलमान ताज पाटिल ने घटना पर जानकारी देते हुए कहा कि, शिकायतकर्ता ने FIR में आरोप लगाया था कि अंकुर उमर नाम के एक व्यक्ति ने फेसबुक पर पहले उससे दोस्ती की, उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और फिर अश्लील वीडियो फिल्माए। पीड़िता ने आरोप लगाया कि वह अब उसे ब्लैकमेल कर रहा है और उसके परिवार को भी इसकी जानकारी लग चुकी है।
बता दें कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान शाहजहांपुर निवासी 28 वर्षीय शेखर सुमन बताई जा रही है और गिरफ्तारी के बाद जब क्राइम ब्रांच ने उसके मोबाइल और फेसबुक अकाउंट की जांच की तो पुलिस भी दंग रह गई।
पुलिस अधिकारी ने मामले पर खुलासा करते हुए बताया कि, आरोपी के मोबाइल फोन से पुलिस को करीब 65 लड़कियों के अश्लील वीडियो बरामद हुए है और इसके साथ ही सैकड़ों लड़कियों के चैटिंग विवरण और उनके संपर्क नंबर भी मिले।
पुलिस ने बताया कि जाहिर तौर पर शेखर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बनाकर लड़कियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था और वह उन्हें रिश्ते में फंसाकर अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता था।
डीसीपी ने आगे बताया कि, आरोपी रोजाना 150 से 200 लड़कियों से चैट करता था। उसने फेसबुक पर अंकुर गुप्ता, आयुष अग्रवाल, अंकुर उमर, नेहा अग्रवाल, सौम्या उमर आदि के नाम से कई फर्जी आईडी बना रखी है और जो अंकुर उमर नाम से जो वह अकाउंट इस्तेमाल कर रहा था केवल उसी में उसकी असली फोटो है जबकि बाकी के सभी अकाउंट में लड़कियों की नकली तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है। बता दें कि ‘अंकुर’ आरोपी शेखर का निक नेम है।
डीसीपी ने शेखर के फर्जीवाड़े की पोल खोलते हुए बताया कि शेखर आगरा, शाहजहांपुर, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद, प्रयागराज के साथ-साथ दिल्ली, मुंबई, झारखंड और उत्तराखंड की लड़कियों के भी संपर्क में था। डीसीपी ने बताया कि सैकड़ों लड़कियों को फंसाने वाले शेखर ने शाहजहांपुर ने एक पोस्ट ग्रेजुएट संस्कृत कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था।
डीसीपी ने बताया कि शनिवार को जब उसे गिरफ्तार किया तो शेखर ने पुलिस को बताया कि उसका सत्यम नाम का एक दोस्त भी है, वह भी यही काम करता है और उसे इसका विचार उसके दोस्त सत्यम से ही मिला।
डीसीपी सलमान ताज पाटिल ने आगे बताया कि, शेखर उनके हाथ लग गया है और अब क्राइम ब्रांच अन्य पीड़ितों से भी संपर्क करने की कोशिश करेगी। इसके लिए शेखर सुमन के सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी स्कैन किया जाएगा।