अभी भारत ने कोरोना को भूलना शुरू ही किया था कि कोरोना का एक और नया वेरिएंट भारत में दस्तक दे चुका है। इस नए वेरिएंट का नाम BF 7 बताया जा रहा है और ये अपनी तबाही का नजारा पहले ही चीन में दिखा चुका है।
वैसे कई लोग इसे ओमिक्रोम का सब वेरिएंट बता रहे है लेकिन जिस तेजी से ये पैर पसार रहा है वह काफी चिंताजनक है। सभी इस नए वेरिएंट को लेकर खौफ में हैं। अगर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की माने तो BF 7 कोरोना का सबसे तेजी से फैलने वाला वैरियंट है।
सबसे चिंता की बात तो ये है कि अब ये भारत में भी अपनी एंट्री कर चुका है। इसका पहला केस गुजरात स्थित बडोदरा में मिला है। जहां ये एक NRI महिला में पाया गया है। इसके अलावा दो अन्य मामले भी सामने आए है और आशंका लगाई जा रही है कि ये भी कोरोना के नए वेरिएंट से संक्रमित है।
वैसे तो अभी तक इसकी आधिकारिक कोई जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन कोरोना के बारे में तो सभी जानते है तो केवल सुनने मात्र से लोगों के बीच खौफ की एक लहर दौड़ गई है और कोरोना को लेकर सरकार भी अब काफी एक्शन में है।
क्या है BF 7?
अगर बात करें कोरोना के इस नए वेरिएंट यानी कि BF.7 की तो ये ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट माना जा रहा है। इसका पूरा नाम तो BA.5.2.1.7 है लेकिन इसे शॉर्ट में BF.7 कहा जा रहा है। बता दें कि यह वेरिएंट कोरोना के स्पाइक प्रोटीन में मौजूद एक खास प्रकार के म्यूटेशन से मिलकर बना है। जिसे R346T नाम दिया गया है। लेकिन सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि ये नया वैरिएंट वैक्सीन से बनाई गई एंटीबॉडी को भी चकमा देने में सफल साबित हो रहा है।
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BF 7 के लक्षण इस प्रकार से है ?
• इस नए वैरिएंट में मरीज को खांसी, गले में खराश, बुखार, थकावट, नाक बहना और उल्टी जैसी समस्याएं होती है।
• कई बार तो इसके लक्षण भी नजर नहीं आते।
• कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 का संक्रमण काल कोरोना से बहुत ही कम है और ये काफी तेजी से फैल जाता है।
• कोरोना का BF.7 वैरिएंट 1 संक्रमित इंसान से लगभग 10 से 18 लोगों तक फैल सकता है।
BF.7 की चीन में तबाही ?
लंदन की ग्लोबल हेल्थ इंटेलिजेंस कंपनी एयरफिनिटी का मानना है कि अगर चीन ने जीरो कोविड पॉलिसी को समाप्त कर दिया तो इससे वहां आने वाले दिनों में करीब 21 लाख मौंते हो सकती है। BF.7 की R0 वैल्यू के ज्यादा बढ़ने के पीछे चीन वाले लोगों की कमजोर इम्यूनिटी भी बताई जा रही है।
ऐसा कहा जा रहा है कि चीन के लोगों में अन्य लोगों के मुकाबले हर्ड इम्यूनिटी नहीं है। इसके अलावा अमेरिकी साइंटिस्ट एरिक फेगल-डिंग ने आने वाले 90 दिनों के भीतर चीन की 60% आबादी यानी करीबन 80 करोड़ लोगों के कोरोना से संक्रमित होने का दावा किया है। जो कि चीन के लिए काफी चिंता का विषय है।