उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस अपनी जीत दर्ज करने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसी को देखते हुए कांग्रेस ने एक नई चुनावी रणनीति तैयार की है। दरअसल, अपनी इस रणनीति के तहत कांग्रेस अब ‘RSS’ की तर्ज पर अपनी एक खास कार्यकर्ताओं की फौज तैयार करने जा रही है।
कांग्रेस का इस पर कहना है कि अगर RSS और बीजेपी के ‘झूठे एजेंडे’ से लड़ना है, तो यही एकमात्र तरीका है। इसकी तैयारी के लिए कांग्रेस ने कुछ खास कार्यकर्ताओं को चुना है, जिनको कांग्रेस पार्टी की विचारधारा पर पूर्ण विश्वास है। कांग्रेस ने अपने इन कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देने के लिए 14 अध्याय की एक खास बुकलेट भी तैयार करवाई है और इस पर कांग्रेस का कहना है कि उनकी बुकलेट के हर अध्याय में BJP-RSS द्वारा फैलाए गए झूठ और आरोप की सच्चाई को उजागर किया गया है।
बता दें कि, कांग्रेस की इस बुकलेट के पहले अध्याय में राष्ट्रवाद पर जोर डाला गया है। इस अध्याय में कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं को BJP-RSS के उस प्रचार के बारे में समझाया है, जिसके अनुसार “कांग्रेस पार्टी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का समर्थन करती है जबकि भारतीय जनता पार्टी एक राष्ट्रवादी पार्टी है”।
बुकलेट के अगले अध्याय को कांग्रेस ने BJP के लोकप्रिय प्रचार की तर्ज पर तैयार किया है, जिसके अनुसार “जवाहरलाल नेहरु ने सरदार वल्लभभाई पटेल के प्रधानमंत्री बनने में अड़चन डाली थी”। कांग्रेस ने अपने हर अध्याय के माध्यम से अपने इन कार्यकर्ताओं का ध्यान महत्वपूर्ण बिंदुओं पर आकर्षित करते हुए भाजपा द्वारा कांग्रेस के खिलाफ माहौल तैयार किए जाने पर केंद्रित किया है।
कांग्रेस ने अपनी बुकलेट में ऐसे ही कई मुद्दों को शामिल किया है, जिनके माध्यम से भाजपा द्वारा कांग्रेस की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है। कांग्रेस की इस बुकलेट में “अगर पटेल प्रधानमंत्री होते तो देश को कई मुद्दों का सामना ही नहीं करना पड़ता”। “कांग्रेस ने पिछले 70 सालों में कुछ नहीं किया”। “महात्मा गांधी और कांग्रेस नेताओं ने भगत सिंह की फांसी को रोकने के लिए कुछ नहीं किया”। “नेहरू ने धारा 370 को लागू करके कश्मीर को भारत से अलग रखा”। “कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार के लिए कांग्रेस जिम्मेदार थी”। “कांग्रेस ने आतंकियों को बिरयानी खिलाई” जैसे कई मुद्दे शामिल हैं और कांग्रेस ने अपनी इस बुकलेट का टाइटल रखा है ‘हम कांग्रेस के लोग-दुष्प्रचार और सच’ है।
बता दें कि, यूपी में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग की यह जिम्मेदारी राजेश तिवारी को सौंपी गई है। जिनको पिछले दिनों प्रियंका गांधी की टीम में जोड़ा गया था, जबकि उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग की देखरेख संदीप सिंह करेंगे जोकि प्रियंका गांधी के राजनीतिक सलाहकार भी हैं।
अगर सूत्रों की माने तो, कांग्रेस अब तक ब्लॉक लेवल पर अपना ट्रेनिंग प्रोग्राम पूरा भी कर चुकी है, जिसके अंतर्गत करीब 18 हजार लोगों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है, इतना ही नहीं अनुमान लगाया जा रहा है कि 20 सितंबर तक अन्य लोगों की ट्रेनिंग भी पूरी हो जाएगी।