भारतीय रेसलर दीपक पुनिया ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के आठवें दिन गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। उन्होंने पुरुषों की 86 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल में पाकिस्तान के मुहम्मद इनाम को 3-0 से हराया। आपको बता दें, कॉमनवेल्थ गेम्स में दीपक पुनिया का यह पहला पदक है।
कॉमनवेल्थ गेम्स के कुल मिलाकर भारत की झोली में अब तक 24 मेडल आ चुके हैं। जबकि कुश्ती में यह देश का चौथा मेडल है। दीपक पुनिया से पहले, 65 किलोग्राम भार-वर्ग में बजरंग पुनिया ने गोल्ड जीता। 62 किलोग्राम भार-वर्ग में महिलाओं की कुश्ती के अंतर्गत साक्षी मलिक ने गोल्ड पर कब्जा जमाया और महिलाओं के ही 57 किलोग्राम भार-वर्ग में अंशु मलिक ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया है।
आपको बता दें बजरंग पुनिया ने कॉमनवेल्थ गेम्स में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीता है। साक्षी मलिक और दीपक पुनिया ने भी भारत के लिए स्वर्ण पदक जीते, इससे पहले अंशु मलिक ने रजत पदक जीता था। दिव्या काकरान ने कांस्य पदक जीतकर भारत के लिए कुश्ती में पांच पदक लाने का काम किया है।
पाकिस्तानी पहलवान मुहम्मद इनाम इस श्रेणी में गत चैंपियन रह चुके हैं। वह पुनिया के खिलाफ अंतिम मुकाबले में अपनी लय में नहीं दिखे। भारतीय पहलवान अपने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 3-0 पॉइंट्स हासिल करने में सफल रहे। प्रतियोगिता के दौरान दोनों पहलवान काफी हद तक रक्षात्मक दिखे। हालांकि, इनाम ने वापसी की काफी कोशिश की लेकिन पुनिया ने उन्हें नाकाम कर दिया।
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इससे पहले, दीपक पुनिया ने 1/8 गेम में न्यूजीलैंड के मैथ्यू ऑक्सेनहैम के खिलाफ तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर मैच जीता। क्वार्टर फाइनल में सिएरा लियोन के शेकू कासेगबामा के खिलाफ भी उन्होंने जीत हासिल की। हालांकि, 23 वर्षीय भारतीय पहलवान को सेमीफाइनल में कनाडा के अलेक्जेंडर मूर ने कड़ी टक्कर दी।
दीपक पुनिया 2019 में तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने नूर-सुल्तान में 2019 विश्व चैंपियनशिप में भारत का एकमात्र रजत पदक जीता था। दीपक पुनिया 86 किग्रा भार-वर्ग में 2019 विश्व जूनियर चैंपियन रह चुके हैं। इसके अलावा, 2 एशियाई चैंपियनशिप रजत (अल्माटी 2021, उलानबटार 2022), और 2 कांस्य पदक (शीआन 2019, दिल्ली 2020) भी दीपक पुनिया जीत चुके हैं।
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