तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा जमाया हुआ है। तालिबान के कब्जे के बाद काबुल में अफरातफरी मच गई है। सभी लोग अपनी जान बचाकर देश छोड़कर जा रहे हैं। देश छोड़कर जाने वालों की तादात इतनी है की देखने वालों के रोमटे खड़े हो जाएंगे। वहां के हालात देख पूरी दुनिया डरी हुई है। बिगड़ते हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भीड़ पर काबू पाने के लिए गोलियां बरसाई जा रही हैं।
4 माह के अंदर तालिबान पूरी तरह से हावी हो गया है। काबुल एयरपोर्ट के पास हुए धमाके के तीन बाद फिर रविवार को एक धमाका हुआ है। इस धमाके की आवाज़ ने आसपास के इलाकों के लोग में भी दशहत का माहौल हो गया। ये धमाका रॉकेट के जरिए किया गया था। रॉकेट यहां एक घर पर गिरा। इस हमले में एक बच्चे की मौत हो गई और तीन लोगों के घायल होने की खबर है। तीन दिन पहले गुरुवार को सिलसिलेवार धमाकों में 169 अफगानिस्तान नागरिकों और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी।
आपको बता दें कि रविवार को हुआ हमला काबुल हवाई अड्डे के पास रिहायशी इलाके ख्वाजा बुघरा में किया गया था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अंदेशा जताया था कि 24 से 36 घंटे के अंदर फिर से हमला हो सकता है। अमेरिका ने अपने नागरिकों से काबुल एयरपोर्ट से दूरी बनाए रखने की अपील की थी।
वहीं, हमले के कुछ देर बाद अमेरिका ने बताया कि यह हमला उसने आईएसआईएस-के के आतंकियों को निशाना बनाने के लिए किया था।
गुरुवार को हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस-के ने ली थी। इसके बाद अमेरिका ने धमाकों के जिम्मेदारों को जल्द सजा देने की बात कही थी।