छत्तीसगढ़ से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां बीते रविवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व परिवहन मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता राजिंदर पाल सिंह भाटिया का शव उन्हीं के घर पर फंदे से लटका हुआ मिला। पुलिस का इस मामले पर कहना है कि मामला आत्महत्या का हो सकता है।
इस घटना के सामने आने के बाद से सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया है, लेकिन उन्होंने यह कदम क्यों उठाया। इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आ पाई है। बता दें कि, अभी तक पुलिस ने यह पुष्टि नहीं की है कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट मिला है या नहीं।
इस मामले पर भाजपा के नेताओं का कहना है कि, इस साल मार्च में ही राजिंदर पाल सिंह भाटिया को कोरोना हो गया था और ठीक होने के बाद भी उनकी सेहत कुछ अच्छी नहीं थी।
बता दें कि, राजिंदर पाल सिंह भाटिया की गिनती प्रदेश में बीजेपी के कद्दावर नेताओं के रूप में होती थी। राजिंदर पाल सिंह भाटिया भाजपा के शासन काल में औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष थे और उनका चुनावी क्षेत्र छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले स्थित खुज्जी विधानसभा था। राजिंदर पाल सिंह भाटिया तीन बार विधायक रह चुके थे।
बताते चलें कि, रमन सिंह सरकार के पहले कार्यकाल में रजिंदरपाल सिंह भाटिया को मंत्री पद दिया गया था, लेकिन कुछ कारणों के बाद में उन्हें मंत्री पद से हटाकर सीएसआईडीसी का चेयरमैन बनाया गया था। हालांकि, अभी तक उनके इस कदम को उठाने के पीछे के कारणों को लेकर कोई भी खुलासा नहीं किया गया है और पुलिस तमाम पहलुओं से मामले की जांच कर रही है।
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