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बुधवार, नवम्बर 6, 2024
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Budget 2022: पोस्ट ऑफिस में होने वाले बदलाव, यदि आपके भी जमा हैं पैसे तो जान लीजिए ये बड़ा ऐलान!

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी यानी मंगलवार को आम बजट पेश किया है। इसके तहत वित्त मंत्री ने आम लोगों के लिए कई बड़े ऐलान किया। निर्मला सीतारमण ने कहा कि देशभर में मौजूद 1.5 लाख से भी ज्यादा डाकघरों यानी पोस्ट ऑफिस को कोर बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा जाएगा। भाषण में वित्त मंत्री ने
बैंकिंग सेक्टर और टैक्सपेयर्स के लिए भी कई बड़े ऐलान किए हैं। इस घोषणा से पोस्ट ऑफिस सर्विस में जबरदस्त बदलाव आएंगे और लाखों-करोड़ों कस्टमर को इसका बड़ा फायदा मिलेगा।

इसके अलावा, वित्त मंत्री ने कहा कि 75 डिजिटल बैंकिंग यूनिट भी खोले जाएंगे। कम से कम लागत में डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने का काम किया जाएगा। इसके साथ ही डिजिटल बैंकिंग को सरकार का सपोर्ट जारी रहेगा।

किसानों और वरिष्ठ नागरिकों को होगा फायदा

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत में सभी 1.5 लाख पोस्ट ऑफिस को मूल बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा जाएगा। इससे लोग खुद ऑनलाइन अपने खातों का संचालन कर सकेंगे, साथ ही पोस्ट ऑफिस खातों तथा अन्य बैंकों में पैसे का लेन-देन भी ग्राहक खुद से ही कर सकेंगे।

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वित्त मंत्री ने आगे कहा कि, ‘2022 में, देश के पूरे 100 फीसदी 1.5 लाख पोस्ट ऑफिस बुनियादी बैंकिंग प्रणाली से जुड़ जाएंगे और इससे वित्तीय समावेश तथा नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग एटीएम के जरिए खातों का संचालन संभव हो जाएगा तथा पोस्ट ऑफिस खातों और बैंक खातों के बीच कोष का आदान-प्रदान हो सकेगा।’ इससे ग्रामीण इलाकों में विशेषकर किसानों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह लाभदायक होगा। वर्तमान में पोस्ट ऑफिस, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के जरिए बचत खाता सेवाएं और भुगतान संबंधी बैंक सेवाएं प्रदान करते हैं।

ग्राहकों के लिए बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एक्सेस

भारत में केपीएमजी के फाइनेंशियल सर्विसेज एडवाइजरी के पार्टनर और हेड संजय दोशी ने कहा कि इसका मतलब 1.5 लाख डाकघरों में खाताधारकों का वित्तीय समावेश होगा। वर्तमान में, डाकघर अपने पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर धन के सीमित हस्तांतरण को जमा करता है क्योंकि यह बैंकिंग पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़ा नहीं है।

दोशी ने कहा कि 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक की जमा राशि वाले 35 करोड़ से अधिक डाकघर जमा खातों को कोर बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा जाएगा। कोर बैंकिंग का हिस्सा होने से फंड के प्रबंधन में आसानी होगी, जिसमें पोस्ट ऑफिस की बचत से बैंक खातों में फंड ट्रांसफर करना और बैंक खातों से पोस्ट ऑफिस के खाते में ट्रांसफर करने जैसी सुविधा शामिल है।

इसका मतलब है कि बैंकों के लिए डाकघर खातों और जमा धारकों तक पहुंच, बैंकिंग ग्राहकों तक पहुंच में आसानी डाकघर बचत योजनाओं के लिए बैंकों के पास जमा जमा को टैप करने का एक अवसर है. इंटर ऑपरेबिलिटी डाकघर ग्राहकों को बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एक्सेस (बैंक एटीएम) प्रदान करेगी।

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