हाल ही में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा, कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार समेत अन्य कई लोग आजतक के एक कार्यक्रम ‘एजेंडा आज तक’ में शामिल हुए थे इस दौरान एक बहस में कन्हैया कुमार ने संबित पात्रा की शैक्षणिक योगयता पर सवाल उठाए, तो संबित पात्रा ने कहा कि उन्होंने यूपीएससी को पास कर अखिल भारतीय 19वीं रैंक हासिल की है।
तभी से संबित पात्रा के इस बयान का सोशल मीडिया पर काफी मजाक उड़ाया जा रहा है। इसके बाद सोशल मीडिया पर अपनी किरकरी को देखते हुए संबित पात्रा ने इस पर अपनी सफाई पेश की है।
दरअसल, आज तक के कार्यक्रम ‘एजेंडा आज तक’ का में एक बहस में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने संबित पात्रा से भारतीय पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने पर उनकी योग्यता को लेकर सवाल किया था। जिसके जवाब में संबित पात्रा ने यह कहा था कि, “हम मुर्गे और बैल की लड़ाई नहीं लड़ रहे है। आपने मुझसे मेरी योग्यता के बारे में पूछा। मैंने सोचा कि मैं आपको बता दूं कि मैं आईटीडीसी का अध्यक्ष क्यों बना। मुझसे पहले शंकरसिंह वाघेला (कांग्रेस के) इसके अध्यक्ष थे। मैं उससे ज्यादा काबिल हूं। मैंने एमबीबीएस, एमएस किया है। मैंने लंदन से MRCS किया है। उसके बाद मैंने यूपीएससी को पास किया और अखिल भारतीय 19वीं रैंक हासिल की।”
इसके बाद आगे की जानकारी देते हुए संबित पात्रा ने कहा कि उन्होंने साल 2000 में यूपीएससी परीक्षा के अंदर अखिल भारतीय 19 रैंक हासिल की थी।
यूपीएससी परीक्षा पास करने वाला संबित पात्रा का दावा नेटिज़न्स को जरा रास नहीं आया। उन्होंने संबित पात्रा पर झूठ बोलने का आरोप लगा दिया और कहा कि उन्होंने साल 2000 के यूपीएससी परिणामों का रिकॉर्ड चैक किया है लेकिन उन्हें संबित पात्रा का नाम किसी भी सूची में नहीं मिला।
इसके बाद सोशल मीडिया पर अपना मजाक उड़ता देख संबित पात्रा ने एक ट्विटर कर यह स्पष्ट किया कि, “सीएसई के अलावा यूपीएससी सीएमएस परीक्षा भी आयोजित करता है मुझे लगा कि “तथाकथित” शिक्षित लोग यह जानते हैं लेकिन ऐसा लगता है कि कुछ इस तथ्य से अनजान हैं!”
बताते चलें कि, आजतक पर आयोजित कार्यक्रम ‘एजेंडा आज तक’ का में जब कन्हैया कुमार संबित पात्रा पर भारी पड़ने लगे तो आज तक को अपने शो में एक असामान्य रुकावट का सामना करना पड़ा। संबित पात्रा ने उस दौरान कन्हैया कुमार को चुप कराने के लिए चैनल के मालिक अरुण पुरी और उनकी बेटी कल्ली पुरी से बार-बार आग्रह किया कि वो उनका बचाव करें क्योंकि कन्हैया कुमार उन्हें कथित तौर पर झूठे बयान देने के लिए बार बार घेर रहे है और उन्हें बोलने का मौका नहीं दे रहे।