‘सीमा’, ‘सुजाता’, ‘बंदिनी’, ‘मैं तुलसी तेरे आंगन की’ जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय से अपनी छाप छोड़ने वाली हिंदी फिल्म सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री नूतन का जन्म 4 जून 1936 को हुआ था। इन्होंने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में की हैं। अपने दौर में भारतीय सिनेमा अभिनेत्री नूतन किसी परिचय की मोहताज नहीं रही। वे ‘मिस इंडिया’ का खिताब जीतने वाली पहली एक्ट्रेस भी बनीं। अपने करियर में सबसे ज्यादा फिल्मफेयर अवॉर्ड जीतने का रिकॉर्ड भी लंबे समय तक इनके ही नाम रहा है।
अपने करियर में उन्होंने करीब 70 फिल्मों में काम किया था। उन्होंने अपने करियर में कई हिट फिल्में।
नूतन ने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत बतौर चाइल्ड एक्ट्रेस फिल्म ‘नल दमयंती’ से की थी। उनकी मां शोभना समर्थ भी फिल्मी दुनिया से ही थीं। नूतन अक्सर अपनी मां के साथ शूटिंग देखने जाया करती थीं और इस वजह से उनको भी फिल्मों में रुची रहने लगी। 14 साल की उम्र में उन्होंने फिल्म ‘हमारी बेटी’ की, जिसका निर्माण उनकी मां ने ही किया था। महज 18 साल की उम्र तक उन्होंने ‘हमलोग’, ‘शीशम’, ‘परबत’ और ‘आगोश’ जैसी कई बड़ी फिल्मों में काम किया। इसके बाद वे लंदन चली गईं और वहां से लौटने के बाद उन्होंने फिल्म ‘सीमा’ में काम किया। इस किरदार के लिए उन्होंने बेस्ट एक्ट्रेस का पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड अपने नाम किया।
नूतन ने परदे पर साड़ी में लिपटी शांत, सरल और सुलझी हुई महिला का किरदार भी निभाया और स्क्रिप्ट की डिमांड पर बोल्ड कपड़ों में भी नजर आईं। अभिनेत्री नूतन ने साल 1958 में आई फिल्म ‘दिल्ली का ठग’ में पहली बार ऑनस्क्रीन स्विमसूट पहना था। एक्ट्रेस ने फिल्म में एक स्वीमिंग और डाइविंग चैंपियन की भूमिका निभाई थी। उनके जैसी एक्टिंग आज तक कोई नहीं कर सका है। दिग्गज निर्देशक संजय लीला भंसाली ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने नूतन की तरह सहज और करिश्माई एक्ट्रेस नहीं देखी। वह चाहकर भी किसी से नूतन जैसी एक्टिंग नहीं करवा सकते।
उनकी लव लाइफ भी काफी चर्चा में रही है। नूतन हिंदी के मशहूर अभिनेता शम्मी कपूर के साथ 1960 में आई फिल्म ‘बसंत’ में नजर आ रही हैं। बता दें कि नूतन के शम्मी कपूर से अफेयर के खूब चर्चे रहे थे।शम्मी कपूर और नूतन बचपन से ही एक-दूसरे को जानते थे। शम्मी कपूर उन्हें पसंद भी करते थे। दोनों ने कुछ समय तक डेट किया और शादी के लिए राजी थे। नूतन की मां शोभना को इस रिश्ते पर कोई ऐतराज नहीं था, लेकिन समर्थ परिवार के नजदीकी प्रसिद्ध अभिनेता मोतीलाल इस रिश्ते के हक में नहीं थे। उन्होंने दोनों का रिश्ता नहीं होने दिया।
साल 1969 में फिल्म ‘देवी’ की शूटिंग के दौरान नूतन ने संजीव को सरेआम थप्पड़ मार दिया था। आपको बता दें कि शुरुआत में नूतन और संजीव एक-दूसरे से ज्यादा बात नहीं करते थे, लेकिन धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती हो गई। जिसके बाद चारों तरफ यह बात फैलने लगी कि दोनों के अफेयर चल रहा है। नूतन उस वक्त शादीशुदा थीं और इस बात के कारण उनका पति से झगड़ा होने लगा। नूतन ने ‘देवी’ के सेट पर ही एक मैगजीन पढ़ी, जिसमें उनके और संजीव के अफेयर के बारे में छपा था। वे काफी गुस्सा हुईं और सेट पर ही संजीव को थप्पड़ जड़ दिया।
वहीं, नूतन को राजेंद्र कुमार बहुत पसंद करते थे। उन्होंने नूतन की मां से उनका हाथ तक मांगा, लेकिन शोभना समर्थ ने इस रिश्ते से इंकार कर दिया और राजेद्र कुमार की खूब बेइज्जती भी की। दोनों ने 1978 में फिल्म ‘साजन बिना सुहागन’ में पति-पत्नी का किरदार निभाया था।
उस दौर में माना जाता था कि शादी के बाद एक्ट्रेस फिल्मों में आना बंद कर देती हैं। लेकिन, नूतन का स्टारडम ऐसा था कि उन्हें शादी के बाद भी फिल्ममेकर्स ने अपनी फिल्मों में कास्ट किया था। इतना ही नहीं उन्हें फिल्म में हीरो की बराबरी का किरदार मिलता था।
महानायक अमिताभ बच्चन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि ‘नूतन अपने काम के प्रति बहुत संजीदा थीं। ‘सौदागर’ के सेट पर वे सुबह 6 बजे के शॉट के लिए सबसे पहले मेकअप लगाकर रेडी रहती थीं। उनके बातचीत करने का तरीका बेहद शानदार था। वह सिंगिंग भी करती थीं, एक बार जब मैं और नूतन दिल्ली में एक फंक्शन के दौरान मिले तब वे वहां परफॉर्म कर रही थीं। स्टेज पर जाने से पहले उन्होंने मुझसे कहा कि मैं भी उनके साथ स्टेज पर ऑडियंस के सामने चलूं, जो मेरे लिए गर्व की बात
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