बिहार राज्य अब अपराधियों के लिए एक खुले मैदान के समान हो गया है, जहां वो जब चाहे अपराध करके फरार हो जाते है और प्रसाशन केवल मुहं ताकता रह जाता है या यू कहे कि अब बिहार पुलिस को भी इसमें आनंद आने लगा है।
ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके चलते अब बिहार पुलिस को काफि शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं वायरल हो रही इस वीडियो के चलते सोशल मीडिया पर बिहार पुलिस की जमकर आलोचना भी की जा रही है।
वायरल वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता है कि एक तरफ तो डॉक्टर घायल पत्रकार का इलाज कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ बगल में खड़े पुलिसकर्मी हंसते हुए नजर आ रहे हैं।
बता दें कि वायरल हो रहे इस वीडियो उत्कर्ष सिंह नाम के यूजर ने अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया है और उन्होंने अपने ट्विट में लिखा है कि, “इतनी बेशर्मी आती कहाँ से है? अस्पताल में एक पत्रकार जख्मी हालत में कराह रहा है, उसे गोली मारी गई है। बगल में खड़े पुलिसवाले हंस रहे हैं।”
इस घटना की जानकारी देते हुए उत्कर्ष सिंह ने अपने ट्वीट में आगे लिखा है कि, “पत्रकार को शाम में ही पूर्णिया रेफर कर दिया गया था। गोली मारकर भाग रहे अपराधी को लोगों ने पकड़कर पीट दिया और उसका इलाज अररिया के सदर अस्पताल में हो रहा है। बिस्तर पर अपराधी लेटा है, फिर भी पुलिस के हंसने का न तो मौका है और न दस्तूर। बाकी आपका काम जब कोई और कर दे तो खुशी होगी ही।”
उत्कर्ष सिंह ने अपने ट्वीट में आगे लिखा है कि, “अररिया में पत्रकार को गोली मार दी गई, गंभीर हालात में उन्हें पूर्णिया रेफर किया गया है। कारण चाहे जो भी हो लेकिन अगर अपराधी इस तरह बेलगाम होंगे तो हम नीतीश कुमार जी से पूछेंगे कि ये कैसा ‘सुशासन’ है?”
इसके बाद इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्या ने भी नीतीश सरकार पर हमला बोला, रोहिणी आचार्या ने अपने ट्वीट में लिखा कि, “क्या यहीं मंगल राज है, पत्रकारों की हत्या होती सरेआम है…”