देश को आज़ाद हुए 75 साल होने वाले हैं. साल 1947 के बाद से हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के खास अवसर पर देश के अलग अलग कोने में आज़ादी का महोत्सव मनाया जाता है. आजादी के इस महोत्व पर लोग किसी न किसी ऐतिहासिक जगह घूमने का प्लान ज़रूर बनाते हैं. ऐसे में अगर आप भी 15 अगस्त को किसी ऐतिहासिक जगह घूमने जाना चाहते हैं जहां आप आज़ादी का महोत्सव देख सके तो फिर आप इन जगहों पर जरूर जा सकते हैं.
भारत पाकिस्तान के इन बॉर्डर पर आज़ादी का जश्न बहुत खूबसूरती से मनाया जाता है.
वाघा बॉर्डर
इनमें सबसे पहला नाम है वाघा बॉर्डर का. 15 अगस्त के दिन वाघा बॉर्डर पर लोग दूर- दूर से भारत की आज़ादी का महोत्सव देखने आते हैं.
15 अगस्त के दिन वाघा बॉर्डर चकचक भरा हुआ रहता है. 15 अगस्त को होने वाली परेड और प्रोग्राम को देखने के लिए केवल भारत पाकिस्तान दोनों तरफ से लोग देखने पहुंचते हैं।
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हुसैनीवाला बॉर्डर
पंजाब में मौजूद हुसैनीवाला बॉर्डर पर भी 15 अगस्त के दिन बहुत बड़ा महोत्सव होता है. हुसैनीवाला बॉर्डर भारत-पाक की सीमा के निकट सतलुज नदी के किनारे मौजूद है. नदी के किनारे पाकिस्तान का ‘गंडा सिंह वाला’ नमक गांव है. कहा जाता है कि इसी गांव में भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का अंतिम संस्कार किया गया था. स्वतंत्रता दिवस के दिन घूमने का प्लान बन रहे हैं तो हुसैनीवाला बॉर्डर जा सकते हैं।
लोंगेवाला बॉर्डर
15 अगस्त को राजस्थान में भारत-पाकिस्तान की सीमा पर मौजूद लोंगेवाला बॉर्डर पर भी खूब प्यार देखने को मिलता है. जैसलमेर में मौजूद यह बॉर्डर 1971 में हुए युद्ध की याद दिलाता है. यहां 15 अगस्त को रिट्रीट समारोह होता है जिसे देखने लोग दूर दूर से आते हैं. इस बॉर्डर के पास तनोट माता मंदिर है, जहां पर्यटक और भक्त दर्शन और घूमने के लिए आते रहते हैं.
मुनाबाव बॉर्डर
राजस्थान में ही मौजूद मुनाबाव बॉर्डर भी 15 अगस्त के दिन जाने के लिए सबसे अच्छी जगह है. आपको बता दें कि यह बॉर्डर राजस्थान के बाड़मेर में है. इस बॉर्डर के बारे में कहा जाता है कि भारत पाकिस्तान के मध्य चलने वाली रेल, थार एक्सप्रेस, मुनाबाव से ही चलती है.
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